क्या एसआईआर को कोई रोक सकता है? फतेह जंग बाजवा का जवाब
सारांश
Key Takeaways
- एसआईआर का मुद्दा महत्वपूर्ण है।
- विपक्ष के आरोप निराधार हैं।
- चुनाव आयोग को सबूत मांगने का अधिकार है।
- बाहरी लोगों को वोट देने की अनुमति नहीं होनी चाहिए।
- पंजाब और हरियाणा के बीच समस्याएँ सुलझाई जा सकती हैं।
चंडीगढ़, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। एसआईआर के मुद्दे पर चल रही राजनीति के बीच, पंजाब भाजपा उपाध्यक्ष फतेह जंग बाजवा ने विपक्ष पर कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव से पहले और बाद में चुनाव आयोग और विभिन्न संस्थाओं पर लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह से गलत हैं।
फतेह जंग बाजवा ने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में बताया कि विपक्षी दल देश की संस्थाओं पर निराधार आरोप लगा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि चुनाव आयोग का कार्य सही दिशा में चल रहा है। यदि विपक्षी दलों को कोई संदेह है, तो उन्हें सबूत पेश करना चाहिए। अगर उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती, तब सवाल उठता है। लेकिन जब चुनाव आयोग सबूत मांगता है, तो सब चुप हो जाते हैं।
ममता बनर्जी द्वारा एसआईआर पर उठाए गए सवालों पर उन्होंने कहा कि ममता एक कुशल मुख्यमंत्री हैं। यदि बांग्लादेश के रोहिंग्या यहाँ आकर वोटर लिस्ट में शामिल हो रहे हैं, तो उनका नाम कटना आवश्यक है। बाहरी व्यक्ति भारत में वोट नहीं डाल सकता। चुनाव आयोग को देश के वोटरों की सुरक्षा का पूरा अधिकार है। एसआईआर अवश्य होगा, इसे कोई नहीं रोक सकता।
कॉमनवेल्थ गेम्स पर उन्होंने कहा कि यदि भारत में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन हो रहा है और गुजरात ने इसमें भागीदारी का ऑफर दिया है, तो इसमें कोई समस्या नहीं है। इसका स्वागत किया जाना चाहिए।
पंजाब विश्वविद्यालय के विवाद पर उन्होंने कहा कि इसे राजनीतिक रंग दिया गया है। यदि वहाँ के छात्र और शिक्षक विरोध करते हैं, तो समझ में आता है, लेकिन बाहर से लोग क्या कर रहे हैं? उन्हें विश्वविद्यालय के बारे में क्या पता है? यह मुद्दा स्पष्ट हो चुका है। चुनाव भी जल्द होंगे।
सतलुज-यमुना लिंक विवाद पर फतेह जंग बाजवा ने कहा कि पंजाब और हरियाणा एक-दूसरे के भाई हैं। बैठक करके इस मुद्दे का समाधान किया जा सकता है। यदि समस्या हल नहीं होती है, तो अदालत भी है। पंजाब के पास देने के लिए पानी नहीं है। इंडस वाटर ट्रीटी के अंतर्गत सरकार ने फैसला लिया है, इसमें क्या गलत है? इसके तहत पंजाब, राजस्थान और हरियाणा को पानी प्रदान करने की बात कही गई है।