क्या ममता बनर्जी तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही हैं? : केसी त्यागी
सारांश
Key Takeaways
- ममता बनर्जी पर तथ्यों को तोड़ने का आरोप।
- कांग्रेस को जनाधार की कमी पर विचार करना चाहिए।
- एसआईआर को लेकर उठे सवाल।
- राजनीतिक हलचल का कारण।
- विदेशी ताकतों का हस्तक्षेप।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने एसआईआर को लेकर ममता बनर्जी के दृष्टिकोण और कांग्रेस पर वोट चोरी के आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह जांचना चाहिए कि आखिर उनका जनाधार क्यों और कैसे घटा? इसके पीछे कौन सी गलत नीतियां थीं।
त्यागी ने यह भी कहा कि ममता बनर्जी तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही हैं। सुप्रीम कोर्ट की दी गई आख्या के आधार पर ही एसआईआर अस्तित्व में आ रहा है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वोट चोरी का आरोप गलत है। असल में, उनका जनाधार ही चोरी हो गया है, इसे स्वीकार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एसआईआर को लेकर बिहार से पश्चिम बंगाल तक हलचल इसलिए मचाई जा रही है ताकि अपनी हार के कारणों को छुपाया जा सके। जेन-जी आंदोलन के समर्थकों को यह समझना चाहिए कि नेपाल में सत्ताधारी और विपक्ष दोनों पक्षों को भारी जान-माल का नुकसान हुआ है।
इससे पहले, भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि असली खतरा खुद कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को है। जो खतरे में होता है, वही सबसे जोर से 'खतरा, खतरा' चिल्लाता है। देखिए, बिहार और पूरे भारत में क्या हो रहा है। अब वे बस यही कहते रहते हैं कि संविधान को खतरा है, न्यायपालिका को खतरा है, देश को खतरा है। उन्हें कुछ तो कहना ही होगा। वे क्या कह सकते हैं? कि सारे अच्छे काम हो रहे हैं, गरीबों, महिलाओं, युवाओं, किसानों के लिए काम हो रहा है और लोग हमें वोट दे रहे हैं? इसके बजाय वे बस यही कह रहे हैं कि 'सब कुछ खतरे में है।'
उन्होंने यह भी कहा कि 2014 के आसपास से कांग्रेस, खासकर राहुल गांधी, उनकी सोशल मीडिया टीम, उनकी सलाहकार टीम और वामपंथ के प्रमुख चेहरे ने प्रधानमंत्री मोदी और भारत का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। चाहे इसके लिए विदेशी ताकतों की मदद लेनी पड़े, विदेशी धरती पर भारत के खिलाफ बोलना पड़े या देश के भीतर बयानबाजी करने के लिए विदेश से अकाउंट चलाना पड़े।