क्या एसआईआर प्रक्रिया में धोखाधड़ी हो रही है? राहुल गांधी ने किया खुलासा: उदित राज

सारांश
Key Takeaways
- मतदाता सूची में धोखाधड़ी पर गंभीर आरोप
- राहुल गांधी का खुलासा
- दस्तावेजों की कमी पर सवाल उठाना
- लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए एकजुटता की आवश्यकता
नई दिल्ली, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता उदित राज ने संविधान की मूल भावना को ठेस पहुँचाते हुए मतदाता सूची में व्यापक धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
उदित राज ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया में वही गड़बड़ियां हो रही हैं, जो पहले कर्नाटक और महाराष्ट्र में देखी गई थीं।
उन्होंने बताया कि एसआईआर के बाद प्रकाशित सूची में एक ही पते पर पंजीकृत विभिन्न समुदायों के कई मतदाता दिखाई देते हैं। राहुल गांधी ने इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया है और कहा है कि मतदाता चोरी की जा रही है।
उदित राज ने दावा किया कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के दौरान 40 लाख अतिरिक्त वोट जोड़े गए थे, जिससे चुनाव जीते गए। इसके अतिरिक्त, एक लोकसभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक वोटों में हेराफेरी का आरोप भी लगाया गया। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा किसी एक राजनीतिक दल का नहीं है, बल्कि पूरे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था से जुड़ा है।
उदित राज ने बिहार का उदाहरण दिया, जहाँ आठ करोड़ की आबादी के लिए एसआईआर प्रक्रिया को एक महीने में पूरा करने का दावा किया गया, जो अव्यवहारिक है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) ने 70-80 प्रतिशत फर्जी फॉर्म भरे और एक ही कमरे में बैठकर 20-50 मतदाताओं के फॉर्म तैयार किए गए।
उन्होंने सवाल उठाया कि बिना पर्याप्त दस्तावेजों के इतनी बड़ी संख्या में मतदाता कैसे पंजीकृत किए गए। उन्होंने यह भी पूछा कि 65 लाख लोगों के मृत होने या छोड़ देने का क्या प्रमाण है। बिहार में एसआईआर के बाद प्रकाशित मतदाता सूची पूरी तरह फर्जी है और इसमें कोई भी ब्योरा दुरुस्त नहीं है। इस तरह की गड़बड़ियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई हर नागरिक की जिम्मेदारी है। सभी राजनीतिक दलों और नागरिकों को इस मुद्दे पर एकजुट होकर आगे आना चाहिए।