क्या माता जानकी की जन्मस्थली सीतामढ़ी पर भव्य मंदिर का निर्माण समय पर पूरा होगा?: अरुण शंकर प्रसाद
सारांश
Key Takeaways
- माता जानकी का मंदिर सीतामढ़ी में बन रहा है।
- पर्यटन योजनाओं को समय पर पूरा करने की प्राथमिकता।
- बिहार में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
- फाइव स्टार होटलों का निर्माण चल रहा है।
- पर्यटन स्थलों पर रोप-वे का निर्माण।
पटना, 25 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के पर्यटन मंत्री अरुण शंकर प्रसाद ने मंगलवार को जानकारी दी कि माता जानकी की जन्मभूमि सीतामढ़ी के पुनौराधाम में एक भव्य मंदिर का निर्माण, सोनपुर हरिहरक्षेत्र कॉरिडोर, गयाजी में विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर, महाबोधि कॉरिडोर, और बोधगया में मेडिटेशन सेंटर जैसी कई योजनाओं को स्वीकृति दी गई है, जिन पर कार्य प्रगति पर है। इन सभी योजनाओं को समय पर पूरा करना हमारी प्राथमिकता है, विशेषकर माता सीता की जन्मस्थली में स्वीकृत मंदिर परिसर को।
इससे पहले, पटना के मुख्य सचिवालय में अरुण शंकर प्रसाद ने पर्यटन मंत्री का पदभार ग्रहण किया। मंत्री ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बिहार अपनी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और सभी धर्मों के पवित्र स्थलों के लिए न केवल भारत, बल्कि विश्वभर में जाना जाता है। यहां के विभिन्न पर्यटन सर्किट, जैसे कि बौद्ध, जैन, रामायण, सूफी, और इको सर्किट, देश में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।
मंत्री ने कहा कि पर्यटकों की संख्या में वृद्धि बनाए रखने के लिए सरकार प्रयासरत है, ताकि उन्हें भ्रमण में कोई कठिनाई न हो। पटना, राजगीर, नालंदा और वैशाली में फाइव स्टार होटलों का निर्माण विभाग का लक्ष्य है। विभिन्न पर्यटन स्थलों पर रोप-वे का निर्माण कार्य भी चल रहा है, जिसे जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 2024 में 6.60 करोड़ देशी-विदेशी पर्यटक बिहार आए थे, वहीं इस वर्ष सितंबर तक 5.10 करोड़ से अधिक पर्यटक बिहार का भ्रमण कर चुके हैं। हम पर्यटकों की संख्या के मामले में देश के शीर्ष 10 राज्यों में आते हैं। अगले पांच वर्षों में हम इसे टॉप-5 में लाने का लक्ष्य रखते हैं। पर्यटन को रोजगार उत्पन्न करने के लिए पर्यटन स्थलों का विकास कर, उनकी बुनियादी सुविधाओं का समुचित प्रबंधन करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।