क्या उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में खदान धंसने से हुई दुर्घटना ने दो की जान ले ली?
सारांश
Key Takeaways
- सोनभद्र में खदान धंसने की घटना गंभीर है।
- मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका।
- सरकार और प्रशासन की सक्रियता।
- एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर।
- सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने की आवश्यकता।
सोनभद्र, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में पहाड़ी धंसने के कारण एक गंभीर दुर्घटना हो गई है, जिसके बाद बचाव अभियान जारी है। मलबे में कई लोगों के दबे होने की शंका है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
वाराणसी के एडीजी जोन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी दी कि एडीजी पीयूष मोर्डिया ने इस घटना का फौरन संज्ञान लिया और घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों से जानकारी ली और राहत कार्य को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह घटना सोनभद्र जिले के ओबरा थाना क्षेत्र में हुई। पुलिस को सूचना मिली थी कि बिल्ली मारकुंडी खनन के रासपहाड़ी स्थित कृष्णा माइनिंग वर्क्स के खदान में पहाड़ी के दरकने से कुछ लोग दब गए हैं। सूचना के बाद थाना ओबरा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कार्य शुरू किया।
यह हादसा देर रात हुआ है। अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लगभग 15 लोगों के फंसे होने की आशंका है। सूचना के बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमें भी मौके पर पहुंच गई हैं और बचाव अभियान जारी है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद रात में जिलाधिकारी बीएन सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि दबे हुए लोगों को निकालने के प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मिर्जापुर से आई हैं।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री और स्थानीय विधायक संजीव कुमार गोंड ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।