क्या श्रीनगर पुलिस स्टेशन में हुआ भीषण आकस्मिक विस्फोट? 4 की मौत, कई घायल
सारांश
Key Takeaways
- श्रीनगर में विस्फोट ने 4 लोगों की जान ली है।
- 27 लोग घायल हुए हैं।
- विस्फोट नौगाम पुलिस स्टेशन के अंदर हुआ।
- पुलिस ने अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था।
- अधिकारी मौके पर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
श्रीनगर, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर जिले में शनिवार को एक पुलिस स्टेशन में भीषण आकस्मिक विस्फोट हुआ। सूत्रों के अनुसार, इस विस्फोट में 4 लोगों की जान चली गई और 27 लोग घायल हो गए।
यह विस्फोट श्रीनगर जिले के नौगाम पुलिस स्टेशन के अंदर हुआ। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास की इमारतें हिल गईं और चारों ओर के शीशे टूट गए। नौगाम क्षेत्र से 5-10 किलोमीटर दूर तक विस्फोट की आवाज सुनाई दी।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी, आईजीपी और पुलिस के उच्च अधिकारी नौगाम पुलिस थाने में हुए इस आकस्मिक विस्फोट के बाद जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे हैं।
विस्फोट के कारणों और हुए नुकसान की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस को बताया कि यह विस्फोट उस समय हुआ जब पुलिस की एक टीम फरीदाबाद में अंतरराज्यीय सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल से बरामद अमोनियम नाइट्रेट विस्फोटक का नमूना ले रही थी। हालांकि, शीर्ष सूत्रों ने किसी भी आतंकी हमले की संभावना से इनकार किया है।
सूत्रों ने बताया कि विस्फोटकों के नमूने लेते समय मौजूद पुलिसकर्मियों में से नौ घायल हुए हैं। इस भीषण विस्फोट के कारण थाने के अंदर खड़े कई वाहनों में आग लग गई।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर फरीदाबाद में सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए 2900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था। इस मामले में डॉ. आदिल राथर और डॉ. मुजम्मिल गनई को गिरफ्तार किया गया, जबकि तीसरे आतंकी साथी, डॉ. उमर नबी गिरफ्तारी से बच निकला। बाद में लाल किले के पास एक कार विस्फोट में उसकी मौत हो गई, जिसमें 10 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
लखनऊ की एक महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को भी उनकी कार से एक असॉल्ट राइफल बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया। जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के दो ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) की गिरफ्तारी से आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ।