क्या कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने सीएम फडणवीस को पत्र लिखकर पुणे जमीन घोटाले में निष्पक्ष जांच की मांग की?
सारांश
Key Takeaways
- पुणे जमीन विवाद में गंभीर अनियमितताएँ हो सकती हैं।
- जांच समिति की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए हैं।
- कांग्रेस ने स्वतंत्र समिति से जांच की मांग की है।
- सीएम ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मुंबई, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पुणे जमीन विवाद को लेकर महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। इस मुद्दे पर अब कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
वडेट्टीवार ने पत्र में उल्लेख किया है कि पुणे के मुंधवा में जिस जमीन का मामला है, उसमें जिन व्यक्तियों के नाम शामिल हैं, उनके खिलाफ तुरंत आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने बताया कि यह मामला गंभीर अनियमितताओं से संबंधित है और सरकारी तंत्र के दुरुपयोग की संभावना भी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस विवाद की जांच के लिए बनाई गई समिति के अधिकारी खुद इस मामले में शामिल हैं। उनका कहना है कि जब जांच समिति ही संदिग्ध है, तो उससे निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती। इसी कारण उन्होंने सीएम फडणवीस से इस समिति को तुरंत भंग करने का आग्रह किया है।
कांग्रेस नेता ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी इस मामले की जांच एक स्वतंत्र और निष्पक्ष समिति से करवाना चाहती है, ताकि सभी तथ्य उजागर हो सकें। उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरे मामले में शामिल प्रशासनिक अधिकारियों की गहन जांच की जाए और यदि वे दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
गौरतलब है कि इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को एक उच्च-स्तरीय जांच का आदेश दिया। उन्होंने राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास खड़गे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति द्वारा जांच का आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री ने आरोपों को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि समिति यह जांच करेगी कि बिना उचित अनुमति के सरकारी जमीन का हस्तांतरण कैसे हुआ और स्टांप शुल्क क्यों माफ किया गया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने राजस्व और भूमि अभिलेख विभागों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और यदि कोई गड़बड़ी सामने आती है तो कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी किसी गड़बड़ी का समर्थन नहीं करेंगे।