क्या पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है? भारत हमेशा देगा मुंहतोड़ जवाब: सुनील शर्मा

सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान
- भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नष्ट किया।
- पाकिस्तान की आर्थिक मदद का उपयोग आतंकवाद को बढ़ावा देने में किया जा रहा है।
जम्मू, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने पाकिस्तान को एक आतंकवादी देश बताते हुए सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवाद की फैक्ट्री जैसी गतिविधियां चल रही हैं और भारतीय सेना ने समय-समय पर इसका प्रभावी जवाब दिया है।
सुनील शर्मा ने पहलगाम में 26 लोगों की निर्मम हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि इसके जवाब में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी प्रशिक्षण ठिकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। भारत की सेना विश्व की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में से एक है और वह पाकिस्तान की किसी भी आक्रामकता को न केवल नाकाम करेगी, बल्कि उसे उसकी औकात भी याद दिलाएगी।
सुनील शर्मा ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान बाढ़ जैसी आपदाओं के नाम पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आर्थिक मदद मांगता है, लेकिन इस धन का उपयोग आतंकवादी संगठनों, जैसे लश्कर-ए-तैबा, के लिए प्रशिक्षण कैंप स्थापित करने में करता है।
उन्होंने कहा, “हमें सोशल मीडिया के जरिए ऐसी जानकारियां मिली हैं, हालांकि मैं इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं करता। फिर भी, यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान की मानसिकता आतंकवाद को बढ़ावा देने की रही है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने ऐसी हरकतें दोहराईं, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
सुनील शर्मा ने कहा, “जितनी बार पाकिस्तान आतंकी ठिकाने बनाएगा, भारत की सेना उन्हें नेस्तनाबूद कर देगी। हमारा प्रहार इतना ताकतवर होगा कि पाकिस्तान अपनी आक्रामक क्षमता को भी भूल जाएगा।”
पाकिस्तानी सेना के नेतृत्व पर निशाना साधते हुए सुनील शर्मा ने उनके प्रमुखों को “असफल नेता” करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना केवल प्रोपेगैंडा फैलाने में माहिर है, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर ने उनके झूठे दावों और छवि को पूरी तरह बेनकाब कर दिया।
उन्होंने भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा कि उसकी ताकत और रणनीतिक कौशल ने बार-बार साबित किया है कि भारत किसी भी खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा। मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करता हूं कि वे पाकिस्तान की आतंकवाद-प्रायोजित गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाएं और ऐसी गतिविधियों के लिए मिलने वाली आर्थिक मदद पर नजर रखें।