क्या सागर धनकड़ हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुशील कुमार की जमानत रद्द की?

सारांश
Key Takeaways
- सुप्रीम कोर्ट ने सुशील कुमार की जमानत रद्द की।
- उन्हें आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया गया है।
- मामला सागर धनखड़ की हत्या से संबंधित है।
- सागर धनखड़ के पिता ने जमानत रद्द करने की अपील की थी।
- घटना का वीडियो भी मौजूद है जिसमें सुशील कुमार दिख रहे हैं।
नई दिल्ली, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार को देश की सर्वोच्च अदालत से एक बड़ा झटका मिला है। शीर्ष अदालत ने जूनियर पहलवान सागर धनखड़ की हत्या से संबंधित मामले में सुशील कुमार की जमानत को रद्द कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने जमानत रद्द करते हुए सुशील कुमार को एक सप्ताह के भीतर आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया है। उन पर सागर धनखड़ की हत्या का आरोप है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने पहले 4 साल जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत दी थी, जिसमें 50 हजार के बॉंड और इसी राशि के जमानतदारों की गारंटी दी गई थी।
दिल्ली उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद, मृतक सागर धनखड़ के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की और जमानत रद्द करने की मांग की थी। इसके पश्चात्, सर्वोच्च अदालत ने यह निर्णय लिया।
सागर धनखड़ के पिता का कहना है कि सुशील कुमार ने पूर्व में भी गवाहों पर दबाव डाला था और अब उनके परिवार पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है।
मृतक के पिता अशोक धनखड़ की वकील जोशिनी तुली ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने सुशील को दिल्ली उच्च न्यायालय से मिली जमानत रद्द कर दी है। उन्हें आत्मसमर्पण के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है।
जोशिनी तुली ने आगे कहा कि जब भी सुशील कुमार अंतरिम जमानत पर बाहर आए, उन्होंने इसका गलत इस्तेमाल किया है और गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश की। उनके खिलाफ हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं, जिस आधार पर उनकी जमानत रद्द की गई है।
सुशील कुमार पर संपत्ति विवाद के चलते 4 मई, 2021 को दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग में सागर धनखड़ और उनके दोस्तों पर जानलेवा हमला करने का आरोप है। इस हमले में घायल सागर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
पुलिस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट के अनुसार, 4 मई 2021 को रात करीब 1 बजे छत्रसाल स्टेडियम के पार्किंग एरिया में पहलवानों के दो गुटों में झड़प हो गई थी, जिसमें फायरिंग भी हुई। इस झड़प में 5 पहलवान घायल हुए थे, जिनमें सागर (23), सोनू (37), अमित कुमार (27) और 2 अन्य पहलवान शामिल थे। सागर ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वह दिल्ली पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल का बेटा था।
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सुशील कुमार अपने दोस्तों के साथ जूनियर पहलवान को हॉकी से पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो सुशील कुमार द्वारा ही बनवाया गया था। उन्हें इस घटना के बाद 23 मई 2021 को मुंडका मेट्रो स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करके रोहिणी अदालत भेज दिया था और अक्टूबर 2021 में उन्हें जेल भेज दिया गया।