क्या तमिलनाडु में करूर हादसे के बाद विजय के नीलांकरै आवास पर सुरक्षा बढ़ाई गई?

सारांश
Key Takeaways
- करूर हादसे में 41 लोगों की जान गई।
- पुलिस सुरक्षा को बढ़ाया गया है।
- विजय ने 20 लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया।
- हादसे के बाद फोटोग्राफी पर रोक लगाई गई है।
- पुलिस ने टीवीके के पदाधिकारियों पर कार्रवाई की है।
चेन्नई, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के करूर में 27 सितंबर को तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) की रैली के दौरान हुई भगदड़ ने पूरे राज्य को झकझोर दिया, जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत 41 लोगों की जान चली गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए। इस दुखद घटना के बाद, चेन्नई के नीलांकरै इलाके में अभिनेता से राजनेता बने विजय के आवास के चारों ओर पुलिस सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।
ईस्ट कोस्ट रोड (ईसीआर) से लेकर उनके घर तक की सभी गलियों में पुलिस तैनात कर दी गई है, बैरिकेड्स लगाए गए हैं और सात प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है।
पुलिस ने विजय के घर के एंट्री गेट पर कड़ी निगरानी बढ़ा दी है। केवल अधिकृत वाहनों जैसे एम्बुलेंस, खाद्य वितरण सेवाओं और डाक कर्मियों को ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। इलाके में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया गया है, और उल्लंघन करने वालों को चेतावनी देकर हटाया जा रहा है।
कई प्रशंसक विजय के घर के बाहर खड़े होकर तस्वीरें लेने की कोशिश करते हैं, लेकिन पुलिस उन्हें वहां से हटा रही है। यह सुरक्षा व्यवस्था करूर से जुड़े प्रचार वाहन को जब्त करने की अफवाहों के बीच तैनात की गई है, जो वर्तमान में उनके घर पर खड़ा बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि करूर घटना को लेकर मद्रास हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा था कि विजय द्वारा रैली के लिए इस्तेमाल किए गए वाहन को क्यों न जब्त किया जाए। पुलिस ने कहा था कि वह किसी भी समय वाहन को जब्त कर सकती है।
एफआईआर में टीवीके के पदाधिकारियों पर भीड़ प्रबंधन में लापरवाही का आरोप लगाया गया है, जिसमें जिला सचिव मथियाझागन समेत कई को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का दावा है कि विजय का वाहन देरी से पहुंचा, जिससे भीड़ बेकाबू हो गई।
इससे पहले विजय ने हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिवारों को 20 लाख तथा घायलों को 2 लाख रुपए की सहायता का ऐलान किया।