क्या तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन जर्मनी दौरे पर प्रवासी तमिलों द्वारा स्वागत किए गए?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का जर्मनी दौरा औद्योगिक निवेश के लिए महत्वपूर्ण है।
- प्रवासी तमिलों ने उन्हें गर्मजोशी से स्वागत किया।
- मुख्यमंत्री ने 922 एमओयू के माध्यम से 10.62 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया है।
- यात्रा का उद्देश्य नई व्यापार साझेदारियां और औद्योगिक निवेश को आकर्षित करना है।
- मुख्यमंत्री 8 सितंबर को चेन्नई लौटेंगे।
नई दिल्ली, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन वर्तमान में जर्मनी के दौरे पर हैं। बर्लिन पहुँचते ही प्रवासी तमिल समुदाय ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। यह यात्रा शनिवार से शुरू हुई और इसका मुख्य उद्देश्य राज्य में नए औद्योगिक निवेश को आकर्षित करना और नई व्यावसायिक साझेदारियों का निर्माण करना है।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "नमस्ते, जर्मनी। यहाँ मेरे तमिल परिवारों ने मुझे अपार प्रेम और गर्मजोशी से स्वागत किया। मैं तमिलनाडु की विशेषताओं को प्रदर्शित करने और ऐसे निवेश को आकर्षित करने आया हूँ जो हमारे राज्य के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करेगा।"
मुख्यमंत्री स्टालिन अपनी पत्नी दुर्गा स्टालिन के साथ शनिवार सुबह 8.25 बजे चेन्नई हवाई अड्डे से रवाना हुए। उन्हें विदाई देने के लिए मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, मुख्य सचिव शिव दास मीणा और वरिष्ठ अधिकारियों का एक समूह उपस्थित था। उड़ान भरने से पहले, मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि इस दौरे का मुख्य लक्ष्य नए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करना और तमिलनाडु को भारत के शीर्ष निवेश गंतव्यों में से एक के रूप में मजबूत करना है।
स्टालिन ने कहा, "2021 से, हमारी सरकार ने 922 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) के माध्यम से 10.62 लाख करोड़ रुपये के निवेश आकर्षित किए हैं, जिससे 32.81 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। इनमें से कई परियोजनाएँ पूरी होने वाली हैं और कई कंपनियों ने उत्पादन शुरू कर दिया है। मेरी विदेश यात्राओं से लगातार नई परियोजनाएँ सामने आई हैं, जिसकी पुष्टि केंद्र सरकार की ओर से जारी आंकड़ों से होती है।"
इस दौरे का मुख्य उद्देश्य राज्य के लिए नए औद्योगिक निवेश आकर्षित करना और अंतरराष्ट्रीय व्यापार साझेदारियां बनाना है। यात्रा के दौरान स्टालिन जर्मनी और ब्रिटेन में उद्योगपतियों, प्रवासी समुदायों और कल्याणकारी कार्यक्रमों से जुड़ी विभिन्न बैठकों में भाग लेंगे।
जर्मनी के बाद एमके स्टालिन यूके भी जाएंगे। अपने कार्यक्रम के तहत, मुख्यमंत्री 4 सितंबर को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में स्वाभिमान आंदोलन की शताब्दी संगोष्ठी में भाग लेंगे। उनके जर्मनी और यूके में औद्योगिक नेताओं के साथ बैठकें, प्रवासी सम्मेलन और कल्याणकारी कार्यक्रमों में भी भाग लेने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री स्टालिन अपना दौरा पूरा करने के बाद 8 सितंबर को चेन्नई लौटेंगे।