क्या तमिलनाडु स्कूल वैन हादसे पर एनएचआरसी ने लिया संज्ञान?

सारांश
Key Takeaways
- तीन बच्चों की मौत
- एनएचआरसी का संज्ञान
- रेलवे और राज्य प्रशासन की जिम्मेदारी
- लेवल क्रॉसिंग पर सुरक्षा की कमी
- अंडरपास निर्माण की योजना
नई दिल्ली, १७ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले में ८ जुलाई को हुए एक भयंकर हादसे पर स्वत: संज्ञान लिया है। इस घटना में एक स्कूल वैन की ट्रेन से टक्कर हो गई, जिससे तीन बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
आयोग ने इस मामले में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष, तमिलनाडु के मुख्य सचिव और राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, यह हादसा तब घटित हुआ जब एक पैसेंजर ट्रेन एक मानवरहित लेवल क्रॉसिंग से गुजर रही थी, और उसी समय एक स्कूल वैन ने वहां से गुजरने का प्रयास किया। बताया गया है कि गेट खुला था और सुरक्षा व्यवस्था का कोई प्रबंध नहीं था, जिसके कारण वैन ट्रेन से टकरा गई।
एनएचआरसी ने कहा है कि यदि रिपोर्ट सत्य है, तो यह मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। इसलिए, रेलवे बोर्ड, रेल मंत्रालय, तमिलनाडु के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांगी गई है, जिसमें घायलों की वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति भी शामिल हो।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि इस लेवल क्रॉसिंग के स्थान पर एक अंडरपास बनाने की योजना पहले से ही स्वीकृत हो चुकी थी, लेकिन पिछले एक वर्ष से जिला प्रशासन, विशेषकर जिला कलेक्टर द्वारा अनुमति न मिलने के कारण निर्माण कार्य नहीं हो सका।
रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) और जिला प्रशासन की टीम ने इस हादसे की औपचारिक जांच आरंभ कर दी है, ताकि दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाया जा सके और जिम्मेदारी तय की जा सके। प्रशासन ने वादा किया है कि जांच के परिणामों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।