क्या तमिलनाडु में 12 दिसंबर तक बारिश होगी? मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
सारांश
Key Takeaways
- 12 दिसंबर तक हल्की बारिश की संभावना।
- मछुआरों के लिए समुद्र में न जाने की सलाह।
- दक्षिणी जिलों में मौसम की स्थिति पर नजर।
- खेती को बारिश से होने वाला फायदा।
- जलभराव और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए एहतियात।
चेन्नई, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान विभाग (आरएमसी) ने रविवार को बताया कि तमिलनाडु के कई क्षेत्रों में 12 दिसंबर तक हल्की बारिश की संभावना है। उत्तर-पूर्वी मानसून दक्षिणी जिलों में सक्रिय हो गया है, जिसके कारण राज्य के बड़े हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है और आसमान में बादल छाए हुए हैं।
आरएमसी के अनुसार, मयिलादुथुराई जिले के कोल्लिदम और तिरुनेलवेली जिले के उथुविल में शनिवार सुबह 8.30 बजे समाप्त हुए 24 घंटों में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई, जहां दोनों स्थानों पर 5 सेमी. बारिश हुई। इस दौरान दक्षिणी और डेल्टा जिलों के कई अन्य क्षेत्रों में भी हल्की बारिश हुई।
मौसम वैज्ञानिकों ने मौजूदा मौसम की स्थिति के पीछे दक्षिण केरल तट और आस-पास के क्षेत्रों में कम दबाव के क्षेत्र को जिम्मेदार बताया है।
इस प्रणाली के प्रभाव से, शनिवार को दक्षिणी जिलों, कुछ उत्तरी जिलों, पुडुचेरी और कराईकल में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। रविवार से 12 दिसंबर तक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है।
हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि बड़े पैमाने पर भारी बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन दक्षिणी और तटीय जिलों में हल्की बारिश जारी रह सकती है।
आरएमसी ने चेन्नई में दिन में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना और आंशिक रूप से बादल छाए रहने का अनुमान लगाया है। हालाँकि, राज्य की राजधानी के लिए कोई बड़ा बाढ़ का खतरा नहीं है, लेकिन निवासियों को बारिश के छोटे-छोटे दौरों के दौरान सावधान रहने की सलाह दी गई है, खासकर शाम और रात के समय जब गरज-चमक वाली गतिविधियां तेज हो सकती हैं।
मौजूदा मौसम प्रणाली और तेज सतही हवाओं की संभावना को देखते हुए, आरएमसी ने मछुआरों को चेतावनी जारी की है। उन्हें 10 दिसंबर तक दक्षिणी तमिलनाडु तट, मन्नार की खाड़ी और कुमारी सागर क्षेत्र में मछली पकड़ने के लिए न जाने की सलाह दी गई है।
इन क्षेत्रों में तेज हवाएं और समुद्र में खराब हालात रहने की उम्मीद है, जिससे इस दौरान समुद्री गतिविधियां असुरक्षित हो सकती हैं।
अधिकारियों ने कहा कि लगातार बारिश से खेती को फायदा होने और कई जिलों में पानी के भंडारण का स्तर बेहतर होने की संभावना है। हालाँकि, जिला प्रशासनों को सतर्क रहने और स्थानीय जलभराव, ट्रैफिक जाम और मौसम से संबंधित अन्य परेशानियों को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
आरएमसी ने कहा कि वह बदलते मौसम के पैटर्न पर नजर रखेगा और जरूरत अनुसार अपडेट जारी करेगा।