क्या बीड़ी विवाद पर तेजस्वी ने कांग्रेस से किनारा किया? बोले- 'बिहार पर आपत्तिजनक बयान दिया है तो जरूर मांगें माफी'

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव का विवाद पर स्पष्ट बयान
- बीड़ी विवाद ने बिहार की राजनीति में हलचल मचाई
- जीएसटी में बदलाव का असर तंबाकू उत्पादों पर
- एनडीए द्वारा बुलाए गए बिहार बंद पर राजद की स्थिति
- माई-बहन मान योजना पर तेजस्वी का उत्तर
पटना, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केरल कांग्रेस द्वारा बीड़ी की तुलना बिहार से करने का विवाद बढ़ता जा रहा है। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि बिहार के बारे में कोई आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है, तो उसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
इससे पहले, केरल कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट साझा किया था जिसमें कहा गया था कि बीड़ी और बिहार दोनों 'बी' से शुरू होते हैं। उन्होंने जीएसटी का एक स्लैब भी साझा किया, जिसमें तंबाकू, सिगार और सिगरेट पर जीएसटी को 28 से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने की बात की गई, जबकि बीड़ी पर टैक्स को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत किया गया है।
तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें बीड़ी विवाद की पूरी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, "अगर बिहार को लेकर कोई आपत्तिजनक बयान दिया गया है, तो उस पर माफी मांगनी चाहिए।"
राजद नेता ने हालिया जीएसटी बदलाव के संदर्भ में कहा, "यह तब लागू किया गया था जब नीतीश सरकार और उनके मंत्री दावा कर रहे थे कि बिहार को उपभोक्ता राज्य होने के कारण बड़ा लाभ होगा। अब जीएसटी स्लैब में बदलाव पर सरकार फिर से लाभ की बात कर रही है।"
तेजस्वी ने तंज करते हुए कहा, "पहले सही बोल रहे थे या अब? सरकार को यह तय करना चाहिए, क्योंकि वे स्वयं भ्रमित हैं।"
हाल ही में एनडीए द्वारा बुलाए गए बिहार बंद पर राजद कार्यकर्ताओं पर गुंडागर्दी के आरोपों का जवाब देते हुए तेजस्वी ने कहा, "एनडीए बताए कि कौन गुंडागर्दी कर रहा है? बंद में आम नागरिकों का कोई समर्थन नहीं मिला। राजद कार्यकर्ता जनता के हित में काम कर रहे हैं।"
'माई-बहन मान योजना' के तहत फॉर्म भरवाने पर उठे सवालों पर उन्होंने कहा, "सभी दल फॉर्म भरवाते हैं। हमारे कार्यकर्ता भी यह काम कर रहे हैं। जब हमारी सरकार बनेगी, तो योजना का लाभ जरूर मिलेगा।"