क्या बिहार अधिकार यात्रा से बदलाव लाएंगे? भाजपा के पास क्या विजन नहीं है: तेजस्वी यादव

सारांश
Key Takeaways
- बिहार अधिकार यात्रा 16 सितंबर से शुरू होगी।
- तेजस्वी यादव का कहना है कि बिहार में बदलाव संभव है।
- भाजपा चुनाव के समय ही बिहार के मुद्दों पर ध्यान देती है।
- नेपाल के नए प्रधानमंत्री का कार्यकाल शुरू हो गया है।
- जनता भ्रष्टाचार और बेरोजगारी से परेशान है।
पटना, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी। इस अवसर पर उन्होंने 16 सितंबर से प्रारंभ होने वाली बिहार अधिकार यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की। साथ ही, उन्होंने भाजपा नेताओं के प्रस्तावित बिहार दौरे पर तीखी टिप्पणी की।
बिहार अधिकार यात्रा के संदर्भ में पूछे जाने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि पिछली बार हमारी यात्रा 20 से अधिक जिलों तक गई थी। अब जो जिले छूट गए थे, वहां जाएंगे और जनता के बीच अपनी बात रखेंगे। यात्रा के नाम में बदलाव को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उनकी पार्टी की अलग यात्रा है, जो संयुक्त यात्राओं से भिन्न है।
तेजस्वी यादव ने यह भी दावा किया कि इस बार बिहार में निश्चित रूप से बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और अपराध से परेशान हैं। वर्तमान सरकार की कार्यशैली से लोग निराश हैं, और इस बार बदलाव की उम्मीद है।
नेपाल की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि वहां की पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है। हम आशा करते हैं कि वे नेपाल की जनता की उम्मीदों पर खरे उतरेंगी। नई सरकार लोगों के सपनों को पूरा करेगी।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के संदर्भ में तेजस्वी यादव ने सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब हम खून, पानी और रिश्ते नहीं चाहते, तो क्रिकेट मैच का क्या मतलब है? यह एक जायज सवाल है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे पर तेजस्वी यादव ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये लोग चुनाव के समय ही बिहार को याद करते हैं और चुनाव खत्म होते ही बिहार को भूल जाते हैं। इस बार जब भी आएंगे, जनता उन्हें खाली हाथ लौटा देगी।
तेजस्वी ने आगे कहा कि भाजपा केवल चुनावी राजनीति करती है और जनता की सेवा का कोई विजन नहीं रखती। उन्होंने दोहराया कि इस बार बदलाव निश्चित है क्योंकि लोग बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और अपराध से थक चुके हैं।