क्या नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह बन गए हैं? : तेजस्वी यादव

सारांश
Key Takeaways
- एसआईआर प्रक्रिया में आधार कार्ड को मान्यता दी गई है।
- भ्रष्टाचार के मामले में नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप हैं।
- बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय हैं।
- तेजस्वी यादव ने चुनाव में जनता से बदलाव का आह्वान किया है।
- पत्रकारों से बातचीत में कई मुद्दों पर प्रकाश डाला गया है।
पटना, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अब एसआईआर जहां भी किया जाएगा, वहां आधार कार्ड दस्तावेज माना जाएगा। अपना आधार कार्ड दिखाकर कोई भी वोटर बन सकता है। यह तो एक बड़ी जीत है।
पत्रकारों से बातचीत में गुरुवार को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि एसआईआर का कोई विरोध नहीं कर रहा है, हमने इसकी प्रक्रिया का विरोध किया था। सर्वोच्च न्यायालय ने चुनाव आयोग को काटे गए 65 लाख नामों को सार्वजनिक करने के लिए भी कहा। इस मामले में हमारी जीत हुई है। हमने शुरुआत से ही इस मुद्दे को उठाया था।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह करार दिया। उन्होंने कहा कि ये रिटायर अधिकारियों के साथ सांठ-गांठ करके बिहार को लूटने का काम कर रहे हैं। बिहार की जनता आने वाले चुनाव में बदला लेगी।
बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिदिन गोली चल रही है, लोग मारे जा रहे हैं। अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं, क्योंकि सीएम और डिप्टी सीएम का संरक्षण प्राप्त हो रहा है। लगातार अपराध बढ़ रहा है, कोई ऐसा दिन नहीं है जब बलात्कार, लूट, और हत्या की घटनाएं नहीं हो रही हैं।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बीती रात में कॉमर्स कॉलेज के पास राघोपुर के निवासी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रतिदिन 200 राउंड गोलियां चल रही हैं, और एक सप्ताह में 100 से ज्यादा हत्याएं हो रही हैं। कहीं कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, न सुनवाई हो रही है।
भ्रष्टाचार के मामले में सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि कल भी ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियर के यहां छापेमारी की गई। करोड़ों रुपए मिले हैं। आखिर ऐसा क्या कारण है कि जब से ग्लोबल ट्रेडिंग हो रही है, तब से एक ही मंत्रालय के विभाग में इंजीनियर के घर करोड़ों रुपए मिल रहे हैं? इसके बावजूद इंजीनियरों के ऊपर कार्रवाई नहीं हो पा रही है।