क्या ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने का निर्णय अमेरिकी अर्थव्यवस्था में असुरक्षा को दर्शाता है? : राम माधव

सारांश
Key Takeaways
- अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने का निर्णय असुरक्षा को दर्शाता है।
- राम माधव का मानना है कि सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए।
- सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी ने राहुल गांधी को फटकार लगाई।
नई दिल्ली, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर टैरिफ लगाने के निर्णय पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राम माधव ने गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ट्रंप का टैरिफ बढ़ाने का निर्णय यह संकेत करता है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था वर्तमान में असुरक्षा की भावना से जूझ रही है।
राम माधव ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "यह एक तकनीकी मुद्दा है, जिसे सरकारी अधिकारी संभाल रहे हैं। ट्रंप का टैरिफ बढ़ाने का निर्णय यह दर्शाता है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में असुरक्षा का माहौल है। उनके निर्णयों का दुनिया पर प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है। ट्रंप के फैसलों को परिपक्वता से संभाला जाना चाहिए, यह हमारी अर्थव्यवस्था के हित में है। मुझे विश्वास है कि सरकार इस मुद्दे पर सही कार्रवाई करेगी।"
राम माधव ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा करते हुए कहा, "सरकार और हमारी सेना इस संदर्भ में पूरी जानकारी रखती है। युद्ध के दौरान सही समय पर निर्णय लेना बहुत महत्वपूर्ण है। जब पाकिस्तान ने हमारे सामने घुटने टेके, हमारी सेना ने तुरंत सही निर्णय लिया। ऐसा कोई विवाद नहीं होना चाहिए। बड़े देश आज युद्ध को कैसे रोका जाए, इसे समझ नहीं पा रहे हैं, जैसे कि रूस-यूक्रेन और गाजा की स्थिति। मेरा मानना है कि सेना और सरकार ने सही निर्णय लिया है।"
भारतीय सेना पर टिप्पणी को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई। इस पर राम माधव ने कहा, "पूरा देश वर्षों से राहुल गांधी के गैर-जिम्मेदाराना और राजनीतिक बयानों को देख रहा है। इस पर टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्हें समझना चाहिए कि देश की सुरक्षा और सम्मान पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।"