क्या त्योहारी निगरानी में ‘ऑपरेशन सतर्क’ ने शराब तस्करी पर शिकंजा कसा?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सतर्क के तहत अवैध शराब पर रोकथाम की गई।
- मालदा मंडल के आरपीएफ द्वारा सक्रियता दिखाई गई।
- 182 बोतल शराब बरामद की गई, जिनकी कीमत 60,815 रुपए है।
- दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
- यह अभियान सुरक्षा बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
मालदा, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। त्योहारी सीजन के दौरान अवैध शराब और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं के परिवहन को रोकने हेतु, मालदा मंडल के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने 'ऑपरेशन सतर्क' के अंतर्गत क्षेत्र में सतर्कता और निवारक जांच को बढ़ावा दिया है। यह अभियान मालदा के मंडल रेल प्रबंधक मनीष कुमार गुप्ता के नेतृत्व और मंडल सुरक्षा आयुक्त एके कुल्लू की देखरेख में चलाया जा रहा है।
हाल के दिनों में, आरपीएफ ने भागलपुर स्टेशन पर गश्त और निगरानी के दौरान कई महत्वपूर्ण बरामदगी और गिरफ्तारियां की हैं। 16 अक्टूबर को, आरपीएफ टीम ने प्लेटफार्म 4/5 के निकट संदिग्ध रूप से घूम रहे पोलो यादव को रोका, जिसके पास से 11,050 रुपए मूल्य की 20 बोतलें विदेशी शराब बरामद हुईं। पोलो यादव बिहार के भागलपुर का निवासी है। उसी दिन प्लेटफार्म संख्या 1 पर एक प्लास्टिक बोरी और पिट्ठू बैग की जांच में 7,375 रुपए मूल्य की 75 बोतलें देशी शराब (मैहर रॉयल झारखंड और महुआ किस्म) बरामद की गई, जिसे लावारिस संपत्ति के रूप में जब्त किया गया।
इसके अगले दिन, 17 अक्टूबर को प्लेटफार्म संख्या 6 पर फुट ओवरब्रिज के नीचे संदिग्ध वस्तुओं की जांच में रॉयल स्टैग व्हिस्की की 42 बोतलें बरामद की गईं, जिनकी कुल कीमत लगभग 22,140 रुपए थी। उसी दिन प्लेटफार्म संख्या 4/5 पर सरोज कुमार को ट्रॉली और पिट्ठू बैग के साथ रोका गया, जिसके पास से 20,250 रुपए मूल्य की रॉयल स्टैग व्हिस्की की 45 बोतलें मिलीं। सरोज कुमार भी बिहार के भागलपुर का निवासी है।
कुल मिलाकर, 'ऑपरेशन सतर्क' के तहत 182 बोतल शराब (देशी और विदेशी) बरामद की गईं, जिनकी कुल अनुमानित कीमत 60,815 रुपए है, और दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। सभी जब्त वस्तुओं और आरोपियों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित आबकारी विभाग को सौंप दिया गया है। आरपीएफ के अधिकारियों का कहना है कि मालदा मंडल अपने क्षेत्र में सुरक्षा, संरक्षण और अनुशासन बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है और 'ऑपरेशन सतर्क' के तहत अवैध गतिविधियों को रोकने तथा रेलवे परिसरों को सुरक्षित और अनुशासित बनाने के लिए निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी।