क्या उदयपुर के भाजपा नेता और उनका परिवार नेपाल के होटल में सुरक्षित हैं?

सारांश
Key Takeaways
- उदयपुर के भाजपा नेता अनिल सिंघल नेपाल में फंसे हुए हैं।
- हिंसा के कारण उनकी वापसी की उड़ान रद्द हो गई।
- वे काठमांडू के एक होटल में सुरक्षित हैं।
- भारतीय दूतावास ने सहायता के लिए एडवाइजरी जारी की है।
- 700 से अधिक भारतीय पर्यटक नेपाल में फंसे हुए हैं।
उदयपुर, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में नेपाल में बढ़ती हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता के कारण राजस्थान के कई पर्यटक वहां फंस गए हैं। उदयपुर के भाजपा नेता अनिल सिंघल अपने परिवार के साथ इस स्थिति में फंसे हुए हैं। हिंसा और आगजनी के चलते उनकी वापसी की उड़ान रद्द हो गई है, और वे काठमांडू के एक होटल में सुरक्षित हैं।
अनिल सिंघल ने अपने भाई से फोन पर बातचीत में पुष्टि की कि वे सुरक्षित हैं और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। उनके साथ और भी पर्यटक जो नेपाल घूमने के लिए गए थे, वे भी वहां फंसे हुए हैं। सभी भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं और हालात सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं।
भाजपा नेता अनिल सिंघल के भाई सुनील सिंघल ने राष्ट्र प्रेस को बताया कि उनके भाई कुछ दिन पहले उदयपुर से नेपाल के लिए रवाना हुए थे। वे पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन हेतु काठमांडू गए और फिर पोखरा पहुंचे। लेकिन नेपाल में हिंसा और अशांति के कारण वे काठमांडू में एक होटल में रुके हुए हैं। हिंसा के चलते उनकी वापसी की उड़ान रद्द हो गई है, और वे वहीं फंसे हुए हैं।
सुनील ने बताया कि अनिल ने कल उनसे फोन पर बात की थी और कहा कि वे सुरक्षित और खुश हैं, हालांकि आस-पास के कुछ होटलों को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने उन्हीं होटलों को आग के हवाले किया है, जिनमें भ्रष्ट नेताओं या उनके रिश्तेदारों के पैसे लगाने की बातें सामने आई हैं। अनिल जिस होटल में ठहरे हुए हैं, वह आम कारोबार से संबंधित है। उन्होंने बताया कि भाई ने बातचीत में खुशी जाहिर की। उम्मीद है नेपाल में जल्द ही हालात सामान्य होंगे और वे अपने वतन लौटेंगे।
गौरतलब है कि कुछ रिपोर्टों के अनुसार, राजस्थान के जयपुर और उदयपुर जिलों के लगभग 700 पर्यटक नेपाल में फंसे हुए हैं। भारत सरकार भी नेपाल की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। भारतीय दूतावास ने वहां फंसे भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी की है।