क्या उज्ज्वला योजना ने महिलाओं की जिंदगी में बदलाव लाया है?

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव।
- धुएं से मुक्ति।
- स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव।
- महिला सशक्तीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम।
- पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा।
लातूर, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार ने गरीबों के जीवन को सुधारने के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं प्रारंभ की हैं, जिनका प्रभाव आज देश के हर गाँव, जिले और लाखों परिवारों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। इन योजनाओं ने जमीनी स्तर पर लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाए हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना केंद्र सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को मुफ्त एलपीजी सिलेंडर और चूल्हा उपलब्ध कराना है। यह योजना लातूर जिले के औसा शहर की महिलाओं के लिए एक वरदान साबित हो रही है। लाभार्थी महिलाओं ने इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया है।
औसा शहर की निवासी लाभार्थी शोभा बालकृष्ण वडे को उज्ज्वला गैस कनेक्शन मिला है। पहले उन्हें चूल्हे के धुएं में खाना बनाना पड़ता था, जिससे उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता था। लेकिन अब गैस सिलेंडर की सुविधा से घर के काम आसान हो गए हैं।
शोभा वडे ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यह योजना हमारे लिए बहुत लाभकारी रही है। वह पहले खाना चूल्हे पर बनाती थीं। उस दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। लकड़ी लेने के लिए बाग में जाना पड़ता था। बारिश में लकड़ी गीली हो जाती थी। उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन मिलने के बाद, अब वह रसोई गैस पर खाना बना रही हैं। इससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद।
एक अन्य लाभार्थी ज्योति आनंद वडे ने बताया कि उज्ज्वला योजना ने सचमुच महिलाओं की जिंदगी में नई रोशनी ला दी है। गैस कनेक्शन मिलने के बाद से अब धुएं से मुक्ति मिल गई है। रसोई में काम करना अब काफी सुविधाजनक हो गया है। इसके लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार की आभारी हैं।
उज्ज्वला योजना ने न केवल ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी को सरल बनाया है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तीकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। धमतरी जिले में इस योजना के लाभार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे हर गरीब परिवार को सम्मान और सुविधा के साथ जीने का अवसर मिल रहा है।