क्या योगी सरकार उन्माद फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है?: संजय निषाद

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क्या योगी सरकार उन्माद फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है?: संजय निषाद

सारांश

उत्तर प्रदेश के बरेली में हालिया हंगामे के बाद, संजय निषाद ने योगी सरकार की सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि दंगा-फसाद फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और इसके लिए कड़े कानून बनाए जाने की जरूरत है। जानिए इस घटनाक्रम के पीछे की सच्चाई।

Key Takeaways

  • बरेली में हालिया हिंसा के बाद 39 लोग हिरासत में हैं।
  • संजय निषाद ने सख्त कानून बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
  • मौलाना तौकीर रजा को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
  • यूपी सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने का आश्वासन दिया है।

नई दिल्ली, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को हुए हंगामे के बाद पुलिस ने कड़ा रुख अपनाते हुए 10 एफआईआर दर्ज की हैं और 39 लोगों को हिरासत में लिया है। इस मामले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। कैबिनेट में ऐसा कानून बनना चाहिए, जो दंगा-फसाद और उन्माद फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे।"

संजय निषाद ने धार्मिक उन्माद फैलाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि अब वह समय नहीं रहा जब तलवार से त्योहार मनाए जाते थे।

उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग मुस्लिम समुदाय को भड़काकर उनकी प्रगति में बाधा डाल रहे हैं, जिसके कारण यह समुदाय आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ रहा है।

संजय निषाद ने योगी आदित्यनाथ सरकार की नीतियों का समर्थन करते हुए कहा, "हमारी सरकार चाहती है कि लोग पढ़ें-लिखें और प्रगति करें। पहले की सरकारों में ऐसे तत्वों को संरक्षण मिलता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सीएम योगी ने स्पष्ट कर दिया है कि दंगा-फसाद करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जो भी भारत की शांति और स्थिरता को भंग करेगा, उसे जेल की सजा भुगतनी पड़ेगी।"

उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि कुछ लोग दंगों और अशांति के जरिए राजनीति करना चाहते हैं, लेकिन जनता सब समझती है।

संजय निषाद ने धार्मिक उन्माद के पीछे राजनीतिक साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय को इस राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है।

बरेली पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

वहीं, योगी सरकार ने साफ कर दिया है कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।

Point of View

बल्कि यह समाज में बढ़ती धार्मिक तानाबाना को भी उजागर करती है। सरकार को चाहिए कि वह सख्त कदम उठाए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। समाज में शांति और स्थिरता बनाए रखना हर नागरिक का कर्तव्य है।
NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

बरेली में हुए हंगामे का कारण क्या था?
यह हंगामा धार्मिक उन्माद के कारण हुआ था, जिसमें कुछ तत्वों ने मुस्लिम समुदाय को भड़काने की कोशिश की।
संजय निषाद का इस पर क्या कहना है?
संजय निषाद ने कहा कि ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए और दंगा-फसाद फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाना चाहिए।
क्या योगी सरकार ने कोई कार्रवाई की है?
जी हां, पुलिस ने 10 एफआईआर दर्ज की हैं और 39 लोगों को हिरासत में लिया है।
क्या मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार किया गया है?
हां, उन्हें भी गिरफ्तार किया गया है और कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सरकार की अगली योजना क्या हो सकती है?
सरकार ने कहा है कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।