क्या यूपी कैबिनेट की बैठक में कई प्रस्तावों को मंजूरी मिली?

सारांश
Key Takeaways
- कैबिनेट बैठक में 20 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
- महिलाओं और मातृशक्ति से जुड़े मुद्दे शामिल हैं।
- हर घर तिरंगा अभियान पर भी चर्चा हुई।
- भारत अब किसी के दबाव में नहीं आएगा।
- प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार पर जोर दिया गया है।
लखनऊ, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार को कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सभी कैबिनेट एवं राज्य मंत्री उपस्थित रहे और कई प्रस्तावों पर मुहर लगी।
उत्तर प्रदेश के समन्वय मंत्री अनिल राजभर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "कैबिनेट में कई महत्वपूर्ण विषय प्रस्तुत हुए और उन पर विस्तृत चर्चा हुई। 20 विषयों को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में अनुमोदित किया गया, जिनमें शिक्षा, गृह विभाग, उच्च शिक्षा, और माध्यमिक शिक्षा से संबंधित मुद्दे शामिल हैं। इसके अलावा, महिलाओं और मातृशक्ति से जुड़े विषय भी इस बैठक में शामिल थे, जो अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "अमेरिका द्वारा 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने के संबंध में प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया है कि भारत अब किसी के दबाव में नहीं आएगा। यह नया भारत है, और हम अपने हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
उत्तर प्रदेश के आयुष राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्रा ने कहा, "वर्ष 2047 के विकसित भारत और उत्तर प्रदेश को लेकर चर्चा की गई। हर घर तिरंगा अभियान पर भी विचार किया गया, और कई प्रस्ताव पास किए गए हैं।"
मिश्रा ने कहा, "वैश्विक संबंधों में, भारत एक शक्तिशाली देश है। अगर भारत को नकारा गया, तो अन्य देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी।"
पंचायती राज मंत्री ओपी राजभर ने कहा, "हर घर तिरंगा अभियान के तहत 57,691 गांवों में झंडा पहुंचाने की जिम्मेदारी पंचायती राज विभाग को दी गई है।"
राजभर ने राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर आरोप लगाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "उन्हें पहले यह साबित करना चाहिए कि चुनाव आयोग ने उन्हें जीत दिलाने के लिए फर्जी मतदान कराया।"
उन्होंने पीएम मोदी के बयान का समर्थन करते हुए कहा, "किसान देश का पेट भरता है, और सरकार उसके साथ खड़ी है।"