क्या यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की बायोपिक 'अजेय' ने लखनऊ में धूम मचाई?

सारांश
Key Takeaways
- योगी आदित्यनाथ का जीवन संघर्षमय है।
- फिल्म में राजनीति की चुनौतियों का सामना दिखाया गया है।
- युवाओं को प्रेरणा मिलेगी।
- फिल्म ने लखनऊ में हाउसफुल शो के साथ शुरुआत की।
- यह फिल्म सिर्फ एक नेता की कहानी नहीं है।
लखनऊ, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित फिल्म 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी' शुक्रवार को पर्दे पर उतरी। इस फिल्म को लेकर आम जनता में गहरा उत्साह देखने को मिल रहा है।
यह फिल्म सिर्फ एक नेता की कहानी नहीं है, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति की यात्रा है जिसने राजनीति के मार्ग को चुना और देश के सबसे बड़े राज्य में सरकार की जिम्मेदारी संभाली।
भाजपा विधायक नीरज बोरा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "मुख्यमंत्री योगी को स्वाभाविक रूप से फिल्म देखने के लिए उत्साहित रहना चाहिए और उनके जीवन पर बनी इस फिल्म को देखने के लिए सभी लोग उत्सुक हैं। एक ऐसा व्यक्तित्व जो परिवार से पहले देश और समाज को मानता है, निश्चित रूप से यह फिल्म सुपरहिट होगी।"
उन्होंने कहा कि यह फिल्म सीएम योगी के संघर्षमय जीवन और समाज तथा देश के लिए उनके किए गए कार्यों का संकलन है। मुझे लगता है कि हर किसी को यह फिल्म देखनी चाहिए, इससे प्रेरणा मिलेगी। मैं भी प्रयास करूंगा कि अपने क्षेत्र में अधिक लोगों को यह फिल्म दिखाऊं।
बोरा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी का जीवन साधारण है और जिस प्रकार से वह गोरक्ष पीठ के पीठाधीश्वर होते हुए समाज को और उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में लगे हैं, इसके लिए पूरा प्रदेश उत्साहित है।
बोरा ने कहा कि पहले दिन ही हाउसफुल होने से फिल्म की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। लखनऊ में कई जगह शो हाउसफुल हो चुके हैं। युवा इस फिल्म को देखने में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं। फिल्म से उन्हें कठिन परिस्थितियों में भी जीवन जीने की सीख मिलेगी।
इसकी कहानी लेखक शांतनु गुप्ता की चर्चित किताब 'द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर' से प्रेरित है। फिल्म के ट्रेलर से ही स्पष्ट हो गया था कि यह सिर्फ एक नेता की कहानी नहीं, बल्कि एक संत से मुख्यमंत्री बनने की संघर्षपूर्ण यात्रा का वर्णन है।