क्या यूपीए सरकार ने भगवा आतंकवाद का झूठा नैरेटिव बनाया? : सीएम फडणवीस

सारांश
Key Takeaways
- मालेगांव ब्लास्ट केस में सभी आरोपियों को बरी किया गया है।
- सीएम फडणवीस ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद का झूठा नैरेटिव सेट किया था।
मुंबई, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मालेगांव ब्लास्ट केस में एनआईए कोर्ट द्वारा सातों आरोपियों को बरी किए जाने के उपरांत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने भगवा आतंकवाद और हिंदू आतंकवाद का झूठा नैरेटिव बनाने की साजिश की थी, और आज उसका पर्दाफाश हो गया है।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा, "कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने जिस प्रकार से भगवा आतंकवाद और हिंदू आतंकवाद का झूठा नैरेटिव तैयार किया, आज उसका पर्दाफाश हुआ है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए यह झूठा नैरेटिव गढ़ा।
फडणवीस ने कहा, "कांग्रेस ने सभी हिंदुओं को आतंकी करार देने का प्रयास किया, जिसकी आज पूरे देश में निंदा हो रही है। हम मांग करते हैं कि कांग्रेस 'हिंदू आतंकवाद' और 'भगवा आतंकवाद' जैसे शब्दों के इस्तेमाल के लिए माफी मांगे।"
सीएम ने आगे कहा, "हम इस मामले का बारीकी से अध्ययन करेंगे और बाद में कोई निर्णय लेंगे। फिलहाल जो तथ्य सामने आए हैं, उनके आधार पर यह स्पष्ट है कि यह एक षड़यंत्र था।"
इससे पहले, सीएम फडणवीस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आतंकवाद भगवा न कभी था, न है, न कभी रहेगा!"
महाराष्ट्र के मालेगांव ब्लास्ट में एनआईए कोर्ट ने आज फैसला सुनाया। एनआईए की विशेष अदालत ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित सहित सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया है।
ज्ञात हो कि मालेगांव विस्फोट 29 सितंबर, 2008 को हुआ था, जब महाराष्ट्र के नासिक जिले के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शहर मालेगांव में भिक्कू चौक मस्जिद के पास एक मोटरसाइकिल पर बंधे बम में विस्फोट किया गया था। रमजान के दौरान और नवरात्रि से कुछ दिन पहले हुए इस हमले में छह लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।