क्या उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद की?

सारांश
Key Takeaways
- उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बाढ़ प्रभावित राजीव कॉलोनी में राहत राशि वितरित की।
- स्थानीय लोगों ने प्रशासन की सक्रियता की सराहना की।
- उपराज्यपाल ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
- महिलाओं की समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- साफ पानी की व्यवस्था की मांग भी उठाई गई।
जम्मू, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को जम्मू के राजीव कॉलोनी क्षेत्र में हालिया बाढ़ से प्रभावित पीड़ितों से मुलाकात की।
उन्होंने प्रभावित परिवारों की समस्याओं को सुना और तत्काल राहत राशि वितरित की। स्थानीय लोगों ने उपराज्यपाल के इस कदम की सराहना की और कहा कि प्रशासन की सक्रियता से उन्हें काफी राहत मिली है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में राजीव कॉलोनी के निवासियों ने बताया कि उपराज्यपाल ने उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, "उपराज्यपाल ने हमें भरोसा दिलाया कि कोई कमी नहीं रहेगी। हम प्रधानमंत्री और उपराज्यपाल से पूरी उम्मीद रखते हैं। बाढ़ के पहले दिन से ही पूरा प्रशासन हमारी सेवा में लगा है। डिविजनल कमिश्नर से लेकर एडीसी तक सभी अधिकारी हमारे साथ हैं। हम पूरे प्रशासन का आभार व्यक्त करते हैं।"
बातचीत के दौरान पीड़ितों ने अपनी परेशानियां भी बताईं। उन्होंने उपराज्यपाल को क्षेत्र की गरीबी और महिलाओं की चुनौतियों के बारे में बताया।
एक महिला ने कहा, "बातचीत बहुत अच्छी रही। हमने उन्हें बताया कि यह इलाका गरीबों का है। महिलाओं को रोजमर्रा की कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हमने अनुरोध किया कि सरकार हमारी जरूरतों पर विशेष ध्यान दे। हमें इस सरकार से बड़ी उम्मीदें हैं। यह सरकार अच्छी है। हमारे गांव के प्रधान भी बहुत सहयोगी हैं। वह खुद हमारी खैरियत लेने आए। अगर प्रधान अच्छा हो, तो सब कुछ ठीक हो जाता है।"
रुखसार ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, "हमारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार हुआ। हमें राशन, कपड़े और अन्य जरूरी सामान मिले। बाढ़ से लोगों को भारी नुकसान हुआ है। सरकार का कहना है कि वे जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि सरकार हमारी उम्मीदों पर खरी उतरेगी और हमारी जरूरतों का खास ख्याल रखेगी।"
विजय नामक एक निवासी ने बताया, "हमने सरकार से मांग की है कि हमारी गरीब बस्ती में साफ पानी की व्यवस्था हो। पानी की कमी से बहुत परेशानी हो रही है। जम्मू की सभी एनजीओ ने हमारी मदद की। डीसी ऑफिस ने भी भरपूर सहयोग दिया। सभी ने हमारी जरूरतों का ध्यान रखा। अब उपराज्यपाल हमारे बीच आए, हमारी तकलीफें सुनीं, और आश्वस्त किया कि हर प्रकार की सहायता मिलेगी।"