क्या इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग एंड लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स यूपी की समृद्धि के नए अध्याय की शुरुआत करेंगे?

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क्या इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग एंड लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स यूपी की समृद्धि के नए अध्याय की शुरुआत करेंगे?

सारांश

उत्तर प्रदेश अब भारत के सबसे बड़े औद्योगिक और लॉजिस्टिक हब के रूप में उभर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग एंड लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स (आईएमएलसी) की स्थापना से औद्योगिक प्रगति की नई दिशा मिल रही है। यह कदम प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई गति देने के साथ-साथ लाखों रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराएगा।

Key Takeaways

  • आईएमएलसी का विकास प्रदेश की औद्योगिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
  • यह रक्षा उद्योग, भारी विनिर्माण और लॉजिस्टिक्स के लिए अनुकूल प्लॉट्स उपलब्ध कराएगा।
  • प्रदेश में संतुलित औद्योगिक विस्तार होगा।
  • लोगों के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
  • यह ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बेहतर बनाएगा।

लखनऊ, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश अब मात्र एक बड़ा उपभोक्ता राज्य नहीं है, बल्कि यह भारत के सबसे बड़े औद्योगिक और लॉजिस्टिक हब के रूप में अपना स्थान बना रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में प्रदेश सरकार ने इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग एंड लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स (आईएमएलसी) की सोच को साकार करने का कार्य आरंभ कर दिया है।

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा राज्य के 26 जिलों में 27 आईएमएलसी का विकास किया जा रहा है, जो प्रदेश की औद्योगिक प्रगति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होंगे। यूपीडा के इस अभूतपूर्व प्रयास से न केवल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी, बल्कि उत्तर प्रदेश भारत के औद्योगिक भविष्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

योगी सरकार की स्पष्ट औद्योगिक नीति और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर ध्यान केंद्रित करने के कारण इन क्लस्टर्स में निवेश के लिए देश-विदेश के उद्योगपतियों और डेवलपर्स को आमंत्रित किया जा रहा है।

यूपीडा ने इन आईएमएलसी में रक्षा उद्योग, भारी विनिर्माण इकाइयों और लॉजिस्टिक्स कंपनियों के लिए विशेष रूप से अनुकूल प्लॉट्स उपलब्ध कराए हैं। इसके साथ ही, पीपीपी मोड पर औद्योगिक पार्कों के विकास हेतु एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) और भू-आवंटन के लिए आवेदन भी आमंत्रित किए गए हैं।

इन लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स की सबसे बड़ी विशेषता इनकी रणनीतिक अवस्थिति है। सभी आईएमएलसी नोड्स प्रमुख एक्सप्रेसवेज के किनारे स्थित हैं और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) से एक किमी की दूरी पर हैं। इससे प्रदेश के अंदर और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों से तेज और सुगम संपर्क सुनिश्चित होगा। प्रमुख कनेक्टिविटी लाभ में एक्सप्रेसवे से प्रत्यक्ष जुड़ाव, रेलवे और हवाई संपर्क की सुविधा, पूर्व और पश्चिमी डीएफसी तक आसान पहुंच और मल्टी सिटी कनेक्टिविटी के लिए उपयुक्त नेटवर्क शामिल हैं।

प्रत्येक आईएमएलसी नोड में आधुनिक और समर्पित बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। इनमें चौड़ी आंतरिक सड़कों का निर्माण, 24x7 विद्युत आपूर्ति व्यवस्था, आंतरिक स्ट्रीट लाइटिंग, डेडिकेटेड जल आपूर्ति एवं जल निकासी प्रणाली, पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त हरित क्षेत्र, पारदर्शी ऑनलाइन भू-आवंटन प्रणाली और निवेशकों के लिए केंद्रीकृत सेवाएं सम्मिलित हैं।

आईएमएलसी के विकास से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में संतुलित औद्योगिक विस्तार होगा। इससे उन जिलों को भी मुख्यधारा से जोड़ा जा सकेगा, जो अब तक औद्योगिक विकास में पिछड़े थे। इन क्लस्टर्स के माध्यम से लाखों लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकेंगे। इस पहल के माध्यम से सरकार का लक्ष्य है कि क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिले और शहरी केंद्रों के पास उद्योगों को कुशल श्रम बल सुलभ हो। इसके साथ ही, लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन नेटवर्क को अधिक सक्षम बनाना भी मुख्य उद्देश्य है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्पष्ट दृष्टि, मजबूत इच्छाशक्ति और “नए उत्तर प्रदेश” की परिकल्पना के चलते आज प्रदेश का औद्योगिक मानचित्र तेजी से विस्तार पा रहा है। आईएमएलसी परियोजना, डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, मेगा फूड पार्क्स, मेडिकल डिवाइस पार्क और टेक्सटाइल हब जैसी योजनाओं से प्रदेश का आर्थिक आधार अभूतपूर्व रूप से मजबूत हो रहा है।

Point of View

यह देखा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश का औद्योगिक विकास न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समग्र राष्ट्र की औद्योगिक प्रगति में भी योगदान देगा। इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग एंड लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स का विकास एक बड़ा कदम है जो विभिन्न क्षेत्रों में संतुलन लाने में मदद करेगा।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

आईएमएलसी क्या है?
आईएमएलसी का मतलब इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग एंड लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स है, जो औद्योगिक विकास और लॉजिस्टिक्स के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है।
उत्तर प्रदेश में आईएमएलसी का विकास कब शुरू हुआ?
उत्तर प्रदेश में आईएमएलसी का विकास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हाल ही में शुरू हुआ है।
आईएमएलसी का लाभ किसे होगा?
आईएमएलसी का लाभ उद्योगपतियों, डेवलपर्स और स्थानीय श्रमिकों को होगा, क्योंकि यह नए रोजगार के अवसर और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा।
यूपी में आईएमएलसी की संख्या कितनी है?
उत्तर प्रदेश में 26 जिलों में 27 आईएमएलसी का विकास किया जा रहा है।
आईएमएलसी की विशेषताएं क्या हैं?
आईएमएलसी की प्रमुख विशेषताएं इसमें रणनीतिक अवस्थिति, आधुनिक बुनियादी सुविधाएं और कुशल श्रमिक बल की उपलब्धता हैं।