क्या उत्तर प्रदेश में बनेगा नया रिकॉर्ड, 37 करोड़ पौधे लगेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- 37 करोड़ पौधों का रोपण होगा।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नेतृत्व।
- पौधरोपण का महाअभियान 2025 की तैयारी।
- 52.43 करोड़ पौधे पहले से तैयार।
- सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में पौधरोपण।
लखनऊ, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। 'एक पेड़ मां के नाम 2.0' थीम के तहत उत्तर प्रदेश में बुधवार को 37 करोड़ पौधरोपण का एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या और आजमगढ़ में 'पौधरोपण महाभियान-2025' का उद्घाटन करेंगे। इस अभियान के लिए 52.43 करोड़ पौधे नर्सरियों और अन्य स्थानों पर तैयार किए गए हैं। सभी मंत्री अपने-अपने जनपदों में पौधरोपण कर रहे हैं।
सरकारी जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या और आजमगढ़ में पौधरोपण करेंगे। वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना भी इस कार्यक्रम के तहत इन जनपदों में पौधरोपण करेंगे। मुख्यमंत्री यहां जनसंवाद भी करेंगे और कार्बन क्रेडिट के तहत सात किसानों को चेक भी प्रदान करेंगे।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल बाराबंकी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मेरठ और ब्रजेश पाठक लखनऊ में पौधरोपण करेंगे। सभी कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्यमंत्री अपने जनपदों में पहुंचकर 'एक पेड़ मां के नाम' कार्यक्रम में भाग लेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में होने वाले 'पौधरोपण महाअभियान-2024' के लिए अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया है। सभी जनपदों के नोडल अधिकारियों ने मंगलवार को जनपदों में पहुंचकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया। इस महाअभियान में 26 विभागों और 25 करोड़ नागरिकों की सहभागिता होगी। सभी 18 मंडलों में पौधरोपण किया जाएगा, जिसमें सबसे अधिक लखनऊ मंडल में पौधे लगाए जाएंगे।
वन, वन्यजीव और पर्यावरण विभाग मिलकर 14 करोड़ से अधिक पौधे लगाएगा। पौधरोपण महाअभियान में जनप्रतिनिधियों की भी सक्रिय भागीदारी होगी। अटल वन, एकता वन, एकलव्य वन, ऑक्सी वन, शौर्य वन, त्रिवेणी वन, गोपाल वन आदि की स्थापना की जाएगी। सहजन भंडारा के तहत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवासीय योजना तथा जीरो पॉवर्टी कार्यक्रम के लाभार्थियों द्वारा सहजन के दो-दो पौधों का रोपण होगा। 13 प्रमुख नदियों समेत सभी नदियों के किनारे कुल 21313.52 हेक्टेयर में 3,56,26,329 पौधे लगाए जाएंगे। वन विभाग द्वारा सड़क किनारे 1.14 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे, जबकि एक्सप्रेसवे के किनारे 2.50 लाख पौधे रोपे जाएंगे।