क्या उत्तराखंड में अजय टम्टा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि खरेही पट्टी के अधूरे सड़क निर्माण का कार्य जल्द होगा?

सारांश
Key Takeaways
- सड़क का निर्माण पिछले 20 वर्षों से अधूरा है।
- अजय टम्टा ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही काम पूरा होगा।
- ग्रामीणों की समस्याएँ बढ़ती जा रही हैं।
- स्थानीय निवासियों ने 2027 चुनाव से पहले निर्माण की मांग की है।
- स्थानीय नेताओं की ओर से बार-बार आश्वासन मिलते रहे हैं।
बागेश्वर, २२ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के बागेश्वर विधानसभा क्षेत्र के खरेही पट्टी अंतर्गत आने वाले गांवों कराला पालड़ी, जनौटी पालड़ी और जोशी पालड़ी को कनगाड़छिना मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली ग्रामीण सड़क पिछले दो दशकों से निर्माणाधीन है, लेकिन अब तक इसका निर्माण पूरा नहीं हो सका। अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा ने सोमवार को आश्वासन दिया कि सड़क का निर्माण कार्य जल्द ही पूरा किया जाएगा।
निर्माणाधीन सड़क का नाम शहीद महेंद्र सिंह करायत मोटर मार्ग रखा गया है, जिसके लिए स्थानीय लोग लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य फतेह सिंह करायत ने सांसद अजय टम्टा से इस अधूरे मोटर मार्ग को पूरा करने की गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने इस मुद्दे पर कई बार आंदोलन भी किए, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
सांसद अजय टम्टा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि खरेही पट्टी के १२ से अधिक गांवों को जोड़ने वाली इस सड़क का मामला उनके संज्ञान में है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही डीपीआर तैयार कर सड़क निर्माण का कार्य पूरा किया जाएगा।
हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब उन्हें ऐसे आश्वासन मिले हैं। पिछले १८ वर्षों से यह सड़क अधूरी पड़ी है। पूर्व बागेश्वर विधायक स्व. चंदन राम दास भी अपने कार्यकाल में इस सड़क के निर्माण का वादा करते रहे, लेकिन उनके निधन के बाद भी कोई प्रगति नहीं हुई। वर्तमान विधायक पार्वती दास और सांसद अजय टम्टा एक बार फिर इस सड़क को पूरा करने का वादा कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क के अभाव में उन्हें आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिससे उनकी दिनचर्या और आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा है। क्षेत्रीय सांसद के आश्वासन से ग्रामीणों को एक बार फिर उम्मीद है कि इस बार सड़क निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा। स्थानीय लोगों ने २०२७ विधानसभा चुनाव से पहले सड़क निर्माण करने का लक्ष्य रखा है।