क्या उत्तराखंड में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर वैली ब्रिज का निर्माण पूरा हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर वैली ब्रिज का निर्माण कार्य सफल हुआ।
- सोनगाड तक सड़क संपर्क बहाल हुआ।
- मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया।
- क्षतिग्रस्त सड़कों का पुनर्निर्माण कार्य आरंभ हुआ।
- स्थानीय प्रशासन ने प्रभावी ढंग से कार्य किया।
देहरादून, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर लिमच्यागाड में प्राकृतिक आपदा के कारण क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर वैली ब्रिज का निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया गया है। केवल तीन दिनों में इस चुनौतीपूर्ण कार्य को अंजाम देते हुए सोनगाड तक सड़क संपर्क बहाल किया गया है। इससे गंगोत्री मार्ग पर यातायात पुनः चालू हो गया है और आगे के क्षतिग्रस्त सड़क के पुनर्निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है।
हाल में हुई भारी बारिश के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के कई हिस्से प्रभावित हुए थे। विशेष रूप से, गंगनानी से आगे लिमच्यागाड में 30 मीटर लंबा पुल पूरी तरह ध्वस्त हो गया था, जिससे सीमांत टकनौर क्षेत्र की जीवनरेखा कहे जाने वाले इस मार्ग पर यातायात ठप हो गया था।
इस आपदा ने स्थानीय निवासियों और तीर्थयात्रियों के लिए भारी कठिनाई पैदा कर दी थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा के तुरंत बाद प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर राहत, बचाव और पुनर्निर्माण कार्यों को युद्ध स्तर पर शुरू करने के निर्देश दिए।
उनके लगातार मार्गदर्शन में राज्य और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों और एजेंसियों ने समन्वय के साथ कार्य किया। इसके फलस्वरूप, आपदा प्रभावित क्षेत्रों में संचार, बिजली और पेयजल आपूर्ति को तेजी से बहाल किया गया।
मुख्यमंत्री नियमित रूप से कार्य की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं ताकि सामान्य स्थिति जल्द से जल्द बहाल हो सके। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) और लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) ने मिलकर दिन-रात मेहनत कर लिमच्यागाड में वैली ब्रिज का निर्माण रविवार शाम तक पूरा कर लिया।
भटवाड़ी सहित अन्य स्थानों पर क्षतिग्रस्त सड़कों को पहले ही बहाल किया जा चुका है। अब सोनगाड तक सड़क संपर्क का पुनर्निर्माण कार्य तेजी से किया जा सकेगा।
इस उपलब्धि से न केवल यातायात व्यवस्था में सुधार हुआ है, बल्कि राहत और पुनर्वास कार्यों को भी गति मिलेगी। स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभाग अब और अधिक प्रभावी ढंग से कार्य कर सकेंगे।