क्या उत्तराखंड के दीपेंद्र ने सीडीएस परीक्षा में 48वीं रैंक हासिल की?

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क्या उत्तराखंड के दीपेंद्र ने सीडीएस परीक्षा में 48वीं रैंक हासिल की?

सारांश

उत्तराखंड के दीपेंद्र सिंह धामी ने सीडीएस परीक्षा में 48वीं रैंक हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया। उनकी सफलता से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। दीपेंद्र ने युवा पीढ़ी को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि लक्ष्य बनाकर पढ़ाई की जाए तो सफलता अवश्य मिलेगी।

Key Takeaways

  • दीपेंद्र सिंह धामी ने सीडीएस परीक्षा में 48वीं रैंक हासिल की।
  • उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय परिवार को दिया।
  • उन्होंने युवाओं को लक्ष्य बनाने और मेहनत करने की सलाह दी।
  • दीपेंद्र राजनीति में भी सक्रिय रहे हैं।
  • उनकी बड़ी बहन सिविल परीक्षा की तैयारी कर रही हैं।

खटीमा, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के दीपेंद्र सिंह धामी ने सीडीएस की परीक्षा पास कर प्रदेश और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित इस प्रतिष्ठित सीडीएस (कॉमन डिफेंस सर्विस) परीक्षा में दीपेंद्र ने 48वीं रैंक हासिल की।

दीपेंद्र की सफलता से उनके घर में खुशी का माहौल है, बधाई देने के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई है।

दीपेंद्र ने मीडिया से बातचीत में कहा कि परीक्षा ठीक गई थी और उन्हें विश्वास था कि वह पास कर लेंगे, लेकिन इतनी अच्छी रैंकिंग की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने युवाओं से अपील की है कि अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ते रहें। यदि युवा अपना लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय परिवार को दिया।

दीपेंद्र मूलरूप से उधम सिंह नगर जिले के खटीमा तहसील के टेड़ाघाट गांव के निवासी हैं। उनके पिता राम सिंह धामी उत्तराखंड क्रांति दल उधम सिंह नगर जनपद के जिलाध्यक्ष हैं और उनकी माता प्रेमावती धामी गृहिणी हैं। दीपेंद्र की बड़ी बहन कनिका धामी सिविल परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। उन्होंने चारुबेटा के स्प्रिंग फील्ड पब्लिक स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और वर्तमान में खटीमा महाविद्यालय में एमए राजनीतिक शास्त्र के छात्र हैं।

आपको बता दें कि खटीमा का यह प्रतिभाशाली छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहा है। दीपेंद्र छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य हैं और महाविद्यालय में छात्र संघ अध्यक्ष चुनाव की तैयारी कर रहे थे, लेकिन चुनाव निरस्त होने से उनका सपना अधूरा रह गया। दीपेंद्र इससे पहले दो बार सीडीएस परीक्षा में असफल हुए थे।

Point of View

बल्कि यह युवा भारत की आकांक्षाओं का प्रतीक भी है। यह तथ्य कि उन्होंने पहले दो बार असफलता का सामना किया, यह दर्शाता है कि perseverance और कड़ी मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती। इस तरह की कहानियाँ हमारे देश के युवाओं को प्रेरित करती हैं कि वे अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ते रहें।
NationPress
10/08/2025

Frequently Asked Questions

दीपेंद्र सिंह धामी ने सीडीएस परीक्षा में कितनी रैंक हासिल की?
दीपेंद्र सिंह धामी ने सीडीएस परीक्षा में 48वीं रैंक हासिल की।
दीपेंद्र का परिवार कौन-कौन है?
दीपेंद्र के पिता राम सिंह धामी और माता प्रेमावती धामी हैं। उनकी बड़ी बहन कनिका धामी सिविल परीक्षा की तैयारी कर रही हैं।
दीपेंद्र ने अपनी शिक्षा कहाँ से प्राप्त की?
दीपेंद्र ने चारुबेटा के स्प्रिंग फील्ड पब्लिक स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और वर्तमान में खटीमा महाविद्यालय में एमए राजनीतिक शास्त्र के छात्र हैं।