क्या उत्तराखंड के भगोड़े जगदीश पुनेठा को यूएई से पकड़कर भारत वापस लाया गया?
सारांश
Key Takeaways
- जगदीश पुनेठा की गिरफ्तारी ने कानून प्रवर्तन की सक्रियता को दर्शाया।
- सीबीआई और इंटरपोल का सहयोग महत्वपूर्ण है।
- भारत में 150 से अधिक वांछित अपराधियों को वापस लाने में सफलता मिली है।
नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के भगोड़े जगदीश पुनेठा को यूएई से पकड़कर भारत वापस लाया गया है। उसके खिलाफ उत्तराखंड के पिथौरागढ़ पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी और आपराधिक षडयंत्र के आरोप में मुकदमा दर्ज है। सीबीआई ने इंटरपोल चैनलों के माध्यम से यूएई से वांछित भगोड़े जगदीश पुनेठा की वापसी का समन्वय किया।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को बताया कि विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के सहयोग से 13 नवंबर को यूएई से भगोड़े जगदीश पुनेठा की वापसी का सफलतापूर्वक समन्वय किया गया है।
सीबीआई के अनुसार, उत्तराखंड पुलिस ने धोखाधड़ी और आपराधिक षडयंत्र के आरोप में जगदीश पुनेठा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी बीच वह यूएई भाग गया। सीबीआई ने उसका पता लगाने और उसे पकड़ने के लिए यूएई अधिकारियों के साथ समन्वय किया।
सीबीआई ने उत्तराखंड पुलिस के अनुरोध पर 6 मई को इंटरपोल के माध्यम से जगदीश पुनेठा के खिलाफ रेड नोटिस जारी कराया। इसके बाद, वहां आरोपी की तलाश शुरू की गई। यूएई में गिरफ्तारी होने के बाद उत्तराखंड पुलिस की एक टीम उसे वापस लाने के लिए वहां गई और गुरुवार को उसे लेकर नई दिल्ली पहुंची।
बता दें कि इंटरपोल की ओर से जारी रेड नोटिस वांछित भगोड़ों पर नजर रखने के लिए दुनिया भर की सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भेजे जाते हैं। पिछले कुछ सालों में इंटरपोल चैनलों के माध्यम से समन्वय करके 150 से अधिक वांछित अपराधियों को भारत वापस लाया गया है।