क्या उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा से पहले दुकानों पर लाइसेंस और पहचान बोर्ड अनिवार्य है?

Click to start listening
क्या उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा से पहले दुकानों पर लाइसेंस और पहचान बोर्ड अनिवार्य है?

सारांश

उत्तराखंड प्रशासन ने कांवड़ यात्रा से पूर्व खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने का कदम उठाया है। हर दुकान पर लाइसेंस और पहचान बोर्ड लगाना अनिवार्य किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित भोजन मिल सके। यह निर्णय यात्रा की विश्वसनीयता को भी बढ़ा सकता है।

Key Takeaways

  • खाद्य सुरक्षा के लिए लाइसेंस और पहचान बोर्ड का होना आवश्यक है।
  • हरिद्वार में खाद्य पदार्थों की चेकिंग की जाएगी।
  • कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को सुरक्षित भोजन प्रदान करना प्राथमिकता है।
  • अस्थायी दुकानों पर निगरानी बढ़ाई जाएगी।
  • यह कदम यात्रा की विश्वसनीयता को बढ़ाएगा।

हरिद्वार, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड प्रशासन ने कांवड़ यात्रा की तैयारियों के बीच खाद्य पदार्थों में मिलावट के मामलों को रोकने हेतु सख्त कदम उठाए हैं। हाल ही में किए गए निर्णय में हर दुकान पर लाइसेंस और पहचान बोर्ड लगाना अनिवार्य किया गया है। उत्तराखंड के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के आयुक्त राजेश कुमार ने इस संबंध में पहले ही दिशा-निर्देश जारी किए थे। वर्तमान में हरिद्वार में इन निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।

कांवड़ यात्रा के दौरान खाद्य पदार्थों में मिलावट पर रोक लगाने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने विशेष अभियान शुरू किया है। विशेष रूप से फुटपाथ पर लगने वाली अस्थायी दुकानों पर निगरानी को बढ़ा दिया गया है।

दुकानों पर डिस्प्ले बोर्ड और खाद्य सुरक्षा लाइसेंस लगाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि दुकानदारों की पहचान स्पष्ट हो सके और श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं शुद्ध भोजन मिल सके।

कांवड़ यात्रियों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, "पहले होटल संचालक और अस्थायी दुकानदार अपनी असली पहचान छिपाते थे। कई बार मिलावटी या दूषित भोजन परोसा जाता था। अब डिस्प्ले बोर्ड और लाइसेंस से स्पष्ट हो जाएगा कि खाना किसने बनाया है और उसकी गुणवत्ता क्या है। यह कदम न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ाएगा, बल्कि यात्रा की विश्वसनीयता को भी मजबूत करेगा।"

हरिद्वार के खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया, "खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के तहत लाइसेंस की आवश्यकता है। कांवड़ यात्रा के शुरू होने से पहले विभाग आयुक्त के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दुकानदार और व्यापारी नियमों का पालन करें। निगरानी के लिए कई टीमें बनाई गई हैं। हमारी कोशिश होगी कि श्रद्धालुओं को अच्छा खाना मिले।"

अधिकारी ने यह भी बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर खाद्य पदार्थों की चेकिंग की जाएगी। यदि कोई कमी पाई गई, तो मौके पर सैंपल लेकर उसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग की कोशिश है कि कांवड़ यात्रा के दौरान स्ट्रीट फूड के विक्रेताओं का रजिस्ट्रेशन कराया जाए।

Point of View

यह स्पष्ट है कि कांवड़ यात्रा जैसे बड़े आयोजनों में खाद्य सुरक्षा की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण है। उत्तराखंड प्रशासन का यह कदम न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि यह यात्रा की समग्र विश्वसनीयता को भी बढ़ाता है। ऐसे समय में जब हरियाणा और उत्तराखंड जैसे राज्यों में धार्मिक यात्रा को लेकर सुरक्षा मानकों का पालन करना आवश्यक है, यह कदम सराहनीय है।
NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर लाइसेंस और पहचान बोर्ड क्यों अनिवार्य हैं?
यह सुनिश्चित करने के लिए कि दुकानदारों की पहचान स्पष्ट हो और श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं शुद्ध भोजन मिल सके।
क्या उत्तराखंड में खाद्य सुरक्षा के लिए कोई विशेष अभियान चलाया जा रहा है?
हाँ, हरिद्वार में खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलावट रोकने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है।
दुकानों की चेकिंग कैसे होगी?
कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर खाद्य पदार्थों की चेकिंग की जाएगी और यदि कोई कमी पाई गई, तो सैंपल लेकर जांच की जाएगी।