क्या उत्तरकाशी आपदा में धराली से 367 लोगों का रेस्क्यू किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- उत्तरकाशी में 367 लोगों का सफल रेस्क्यू किया गया है।
- चिनूक और अन्य हेलीकॉप्टरों की मदद से राहत कार्य किया जा रहा है।
- आपदा 5 अगस्त को आई थी, जिससे कई लोग प्रभावित हुए हैं।
- स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बल राहत कार्य में जुटे हैं।
- लापता लोगों की तलाश जारी है।
उत्तरकाशी, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के धराली क्षेत्र में अब तक 367 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। हाल ही में धराली में हुए बादल फटने के कारण पहाड़ों से आए सैलाब ने भारी तबाही मचाई थी। कई घर ध्वस्त हो गए और सैकड़ों लोग इस क्षेत्र में फंसे रहे। इस समय, युद्धस्तर पर चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत 367 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
उत्तराखंड में मौसम साफ होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई है। चिनूक हेलीकॉप्टर की सहायता से प्रभावित इलाकों में मदद भेजी जा रही है। भारी मशीनरी और राहत सामग्री भेजी जा रही है। एमआई 17 समेत 8 निजी हेलीकॉप्टर भी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हैं। इनकी मदद से 112 लोगों को एयरलिफ्ट कर देहरादून पहुंचाया गया है।
5 अगस्त को आई प्राकृतिक आपदा के बाद से धराली क्षेत्र में अब भी कुछ लोगों के लापता होने की आशंका है।
उत्तराखंड पुलिस ने जानकारी दी है कि आपदा स्थल पर पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना, फायर और राजस्व की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। आपदाग्रस्त क्षेत्र में फंसे लोगों को सुबह से हेलीकॉप्टर के माध्यम से आईटीबीपी मातली पहुंचाने का कार्य लगातार जारी है।
उत्तराखंड पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "उत्तरकाशी आपदा राहत अभियान के तहत उत्तराखंड पुलिस के जवान प्रभावितों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित पहुंचाने में मदद कर रहे हैं, घायलों को प्राथमिक उपचार और सहायता दे रहे हैं, और साथ ही राहत सामग्री को दुर्गम इलाकों तक पहुंचाने का संकल्प भी पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं।"
पुलिस ने यह भी बताया कि गंगनानी से 3 किमी आगे पुल के ध्वस्त होने से रास्ता बंद हो गया था। बीआरओ की टीम ने नया पुल निर्माण कार्य शुरू किया है। एसडीआरएफ ने स्टील वायर से एलाइनमेंट तय किया है।