क्या ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना ने मोनू और अंजार की जिंदगी बदल दी?

सारांश
Key Takeaways
- ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना से स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन मिल रहा है।
- भागलपुर के दुकानदारों को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं।
- यात्री आसानी से सिल्क उत्पाद खरीद सकते हैं।
- योजना से आय में वृद्धि हो रही है।
- स्थानीय हस्तशिल्प को नई पहचान मिल रही है।
भागलपुर, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2022 में शुरू की गई ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना ने आम जनजीवन में कई सकारात्मक बदलाव लाए हैं। इस योजना के तहत, बिहार के भागलपुर रेलवे स्टेशन पर एक स्टॉल स्थापित किया गया है, जो स्थानीय स्तर पर हथकरघा से बने कपड़ों को बढ़ावा दे रहा है।
इस पहल का मुख्य लक्ष्य स्थानीय उत्पादों और रोजगार को बढ़ावा देना है। सिल्क सिटी के नाम से प्रसिद्ध भागलपुर को इस योजना से यह लाभ हो रहा है कि यात्री रेलवे स्टेशन से रेशमी सामान को सरलता से खरीद सकते हैं।
भागलपुर रेलवे स्टेशन पर ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना के तहत स्टॉल लगाने वाले दुकानदार मोनू कुमार ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन्हें एक रोजगार मिला है। भागलपुर, जो सिल्क सिटी के नाम से जाना जाता है, से जुड़े सभी उत्पाद वे अपने स्टॉल पर बेच रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर हमारी दुकान से उन लोगों को लाभ होगा जो जल्दी की वजह से बाजार नहीं जा सकते।
सह-दुकानदार मोहम्मद अंजार ने बताया कि भागलपुर की पहचान सिल्क है और हमारी दुकान पर भागलपुरी गमछा और चादर समेत कई सिल्क उत्पाद उपलब्ध हैं। ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना ने हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है।
यात्री अमित ने ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अच्छी सरकारी योजना है। रेलवे स्टेशन पर इस दुकान के होने से लोग बाजार जाने की आवश्यकता नहीं समझते और यहाँ से सामान खरीद सकते हैं।
यात्री राजेश ने बताया कि पीएम मोदी की इस योजना ने रिश्तेदारों की शिकायतें दूर कर दी हैं। अब सिल्क का सामान खरीदने के लिए बाजार जाने की जरूरत नहीं है, बल्कि रेलवे स्टेशन पर मौजूद दुकान से खरीदारी कर रिश्तेदारों को सामान भेजा जा सकता है।
जिस उद्देश्य से पीएम नरेंद्र मोदी ने इस योजना को शुरू किया, उसका असर स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ स्टॉल के तहत मोनू और मोहम्मद अंजार को महीने में 30 हजार रुपये से अधिक की आय हो रही है।