क्या 'वोटर अधिकार यात्रा' में 'चोर-चोर मौसेरे भाई' एक-दूसरे से मिले?

सारांश
Key Takeaways
- सम्राट चौधरी ने यात्रा को नौतंकी बताया।
- राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर राजनीतिक आरोप लगाए गए।
- बिहार में सामाजिक न्याय की कमी है।
- चुनाव आयोग की नियमितताएँ स्पष्ट की गईं।
- बिहार के लोकतंत्र को खतरा बताया गया।
पटना, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को नौतंकी करार दिया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से ‘चोर-चोर मौसेरे भाई’ आपस में मिले हैं। एक ने देश को लूटने का काम किया और दूसरे परिवार ने बिहार को लूटने की कोशिश की।
पटना के भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस वार्ता के दौरान उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि एक नेता का कहना है कि एसआईआर के जरिए वोटों की चोरी हो रही है, जबकि दूसरे नेता ‘जननायक’ बनने का प्रयास कर रहे हैं। बिहार की जनता जानती है कि असली जननायक कौन थे, जैसे कर्पूरी ठाकुर और जेपी। राहुल गांधी बिना मेहनत के जननायक बनने का सपना देख रहे हैं। यह बिहार के लिए हंसी की बात है और असली जननायकों का अपमान है।
भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने कई नेताओं के नाम गिनाते हुए कहा कि बिहार में सामाजिक न्याय अभी तक स्थापित नहीं हुआ है। कुछ लोग लालू यादव को सामाजिक न्याय का पुरोधा मानते हैं, लेकिन वे वास्तव में भ्रष्टाचार के प्रतीक हैं। उन्होंने तर्क दिया कि जब लालू यादव राजनीति में नहीं थे, तब भी कई ऐसे नेता थे, जो सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष कर रहे थे।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि राहुल गांधी की यात्रा दरअसल घुसपैठियों को समर्थन देने की कोशिश है, जो पूरी जनता जानती है। 2003 में जब एसआईआर हुआ था, तब लाखों लोगों के नाम काटे गए थे। यह यात्रा केवल एक नौतंकी है।
उन्होंने कहा कि यदि आज बिहार गरीब और पिछड़ा है, तो इसके लिए कांग्रेस या लालू परिवार जिम्मेदार हैं। अब तो पंजीकृत अपराधी लालू यादव के नेतृत्व में राहुल गांधी हैं। जो व्यक्ति भ्रष्टाचारियों का समर्थन लेकर अपनी यात्रा शुरू करता है, वह जनता की भलाई कैसे कर सकता है? चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि 15 दिनों तक ऑब्जेक्शन लिया जाएगा। आयोग ने राजनीतिक पार्टियों से भी अनुरोध किया है। बिहार की जनता चुनाव आयोग की जांच को देख रही है। अभी शिकायतें दर्ज हो रही हैं और इसके बाद जांच होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि आज राजद और कांग्रेस के नेता देश में अराजकता और गुंडागर्दी फैलाकर भ्रष्टाचारियों की सरकार बनाना चाहते हैं। राजद-कांग्रेस संविधान की रक्षा करने वाले नहीं हैं, बल्कि संविधान विरोधी हैं। ये बिहार के लोकतंत्र के लिए खतरा बन गए हैं। इन्हें न तो चुनाव आयोग पर विश्वास है और न ही संविधान पर।