क्या व्यापारी से रंगदारी मांगने के आरोप में गोपाल राम वनवासी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई?

सारांश
Key Takeaways
- व्यापारी ने 2021 से रंगदारी का सामना किया।
- पुलिस ने FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की।
- गोपाल राम वनवासी का आपराधिक इतिहास है।
- कानून से ऊपर कोई नहीं है, यह प्रशासन का संदेश है।
- साक्ष्यों की जांच जारी है, गिरफ्तारी संभव है।
बागेश्वर, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के गरुड़ क्षेत्र में एक व्यापारी से रंगदारी मांगने और धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ है। व्यापारी मंगल सिंह नेगी की शिकायत पर बैजनाथ थाने में गोपाल राम वनवासी के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
सूत्रों के अनुसार, गोपाल वनवासी लंबे समय से बागेश्वर क्षेत्र में खनन मामलों के साथ-साथ अन्य विवादों में प्रशासन और जनता के साथ आंख-मिचौली कर रहा है।
पीड़ित व्यापारी मंगल सिंह नेगी ने मीडिया से कहा कि वर्ष 2021 से गोपाल राम वनवासी उन्हें डराने-धमकाने के जरिए रंगदारी मांग रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि जमीन से जुड़े एक विवाद के चलते गोपाल राम उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। उसकी आपराधिक छवि और प्रभाव के कारण उन्हें बार-बार उसकी मांगों को मानना पड़ रहा था।
मंगल सिंह ने यह भी बताया कि उन्होंने अब हिम्मत जुटाकर पुलिस से शिकायत की है ताकि इस प्रकार के दबाव और अपराध को रोका जा सके। व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
गोपाल राम वनवासी पहले भी बागेश्वर क्षेत्र में खनन मामलों समेत कई विवादों में संलिप्त रहा है। वह हमेशा से प्रशासन और जनता के बीच एक विवादास्पद चेहरा रहा है, जो कानून से बचने और आंख-मिचौली का खेल खेलते हुए दिखता है। लेकिन इस बार पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कोई भी अपराधी कानून से ऊपर नहीं है।
bागेश्वर के क्षेत्राधिकारी (सीओ) अजय साह ने कहा कि इस मामले में एक पक्का और मजबूत मुकदमा तैयार किया जा रहा है। सभी साक्ष्यों की गहनता से जांच की जा रही है, और जैसे ही पर्याप्त प्रमाण मिलेंगे, गोपाल राम की गिरफ्तारी की जाएगी।