क्या यमुना एक्सप्रेसवे पर एस्कॉर्ट्स कुबोटा को 190 एकड़ जमीन आवंटित हुई?

सारांश
Key Takeaways
- 190 एकड़ जमीन का आवंटन एस्कॉर्ट्स कुबोटा को किया गया है।
- परियोजना में 4,500 करोड़ रुपए का निवेश होगा।
- लगभग 4,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
- यह ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है।
- भारत को एक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में कदम।
ग्रेटर नोएडा, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सोमवार को एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड को सेक्टर-10 में ट्रैक्टर निर्माण इकाई स्थापित करने के लिए 190 एकड़ जमीन का लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) जारी किया है। यह जमीन एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के तहत अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्र की स्थापना के लिए दी जा रही है।
एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड, भारतीय कंपनी एस्कॉर्ट्स और जापानी दिग्गज कुबोटा के बीच 2019 में हुए सहयोग का परिणाम है। इस साझेदारी का उद्देश्य भारत और वैश्विक बाजारों के लिए मूल्य-उन्मुख ट्रैक्टर और कृषि उपकरणों का विकास करना है।
कंपनी अब भारत को एक रणनीतिक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है, जहां ट्रैक्टर, इंजन, कृषि एवं निर्माण उपकरण का निर्माण किया जाएगा। कंपनी ने 17 अगस्त 2024 को उत्तर प्रदेश सरकार के साथ 200 एकड़ जमीन के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे।
इस परियोजना में कुल 4,500 करोड़ रुपए का निवेश होगा और लगभग 4,000 लोगों को चरणबद्ध तरीके से रोजगार मिलेगा। यमुना प्राधिकरण के फैसले के बाद परियोजना के जमीन आवंटन की औपचारिक प्रक्रिया पूरी हो गई है।
कंपनी पहले चरण में 2,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इस चरण में ट्रैक्टर प्लांट, कमर्शियल इक्विपमेंट प्लांट और अन्य सहायक सुविधाओं की स्थापना की जाएगी। दूसरा चरण बाजार की मांग और पहले चरण की उत्पादन क्षमता के उपयोग पर आधारित होगा।
कंपनी का कहना है कि यह परियोजना न केवल उत्पादन क्षमता बढ़ाएगी बल्कि गुणवत्ता और लागत दोनों के मामले में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त भी प्रदान करेगी। इसके साथ ही भारत से कुबोटा के वैश्विक रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए साझा सेवाओं की भी शुरुआत की जाएगी।
इस पहल को लेकर उद्योग जगत का मानना है कि यमुना एक्सप्रेसवे पर यह मेगा प्रोजेक्ट क्षेत्र के औद्योगिक विकास को नई दिशा देगा और स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित करेगा।