क्या योगवाही औषधियां किसी जड़ी-बूटी के असर को दोगुना कर सकती हैं?

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क्या योगवाही औषधियां किसी जड़ी-बूटी के असर को दोगुना कर सकती हैं?

सारांश

जानें, कैसे योगवाही औषधियां आपकी दवाओं के असर को बढ़ा सकती हैं। ये जड़ी-बूटियां न केवल दवा के अवशोषण को तेज करती हैं, बल्कि आपके स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाती हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे ये औषधियां काम करती हैं।

Key Takeaways

  • योगवाही औषधियां दवाओं के अवशोषण को बढ़ाती हैं।
  • काली मिर्च, पिप्पली और अदरक जैसे पदार्थ महत्वपूर्ण हैं।
  • इनका उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लेना चाहिए।
  • ये औषधियां पाचन अग्नि को भी बढ़ाती हैं।
  • मधु और घी कोशिकीय अवशोषण में मदद करते हैं।

नई दिल्ली, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आयुर्वेद में योगवाही औषधियां वे जड़ी-बूटियां या पदार्थ होते हैं, जो अन्य दवाओं या औषधियों की शक्ति और प्रभाव को बढ़ा देती हैं। ये खुद कम मात्रा में कार्य करती हैं, लेकिन मुख्य औषधि को शरीर के टिश्यू तक तेजी से पहुंचाकर उसका असर दोगुना कर देती हैं।

सबसे प्रसिद्ध योगवाही औषधि काली मिर्च है। यह दवाइयों का अवशोषण कई गुना बढ़ा देती है। इसके अतिरिक्त, पिप्पली फेफड़ों और पाचन से जुड़ी दवाओं का असर तेज करती है, अदरक पाचन और रक्त संचार को सुधारकर औषधियों को शरीर में आसानी से पहुंचाती है। शहद त्वचा, गला, फेफड़े और हृदय की दवाओं को जल्दी असरदार बनाता है और रक्त में शीघ्र अवशोषित होता है। वहीं, घी मेधा, याददाश्त और तंत्रिका तंत्र से जुड़ी औषधियों को गहराई तक ले जाने का काम करता है।

त्रिकुट (काली मिर्च, पिप्पली, सोंठ) एक संयुक्त योगवाही फॉर्मूला है, जो पाचन अग्नि बढ़ाकर दवाओं को जल्दी रक्त में पहुंचाता है। इसके अलावा, लहसुन रक्त प्रवाह बढ़ाकर दवाओं को पूरे शरीर में फैलाता है, तिल का तेल बाहरी इस्तेमाल में दवा को मांसपेशियों और त्वचा में अवशोषित कराता है और यष्टिमधु कफजन्य औषधियों का असर बढ़ाता है। गाय के घी और शहद का मिश्रण भी कई औषधियों का शोषण तेज करता है और धीरे-धीरे शरीर की धातुओं तक पहुंचाता है।

योगवाही औषधियां सबसे पहले अवशोषण बढ़ाती हैं। कई योगवाही आंतों की दीवार को थोड़ी देर खुला रखती हैं, जिससे दवा आसानी से अवशोषित हो जाती है। दूसरा, ये चयापचय को धीमा करती हैं, जिससे दवा जल्दी टूटती नहीं और लंबे समय तक असर करती है। तीसरा, ये औषधि को लक्ष्य अंग तक पहुंचाती हैं। चौथा, ये पाचन अग्नि बढ़ाती हैं, जिससे औषधि बेहतर काम करती है और पांचवा, मधु और घी कोशिकीय अवशोषण को तेज करके दवा को कोशिकाओं तक आसानी से पहुंचाते हैं।

हालांकि, किसी भी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी का इस्तेमाल करने से पहले योग्य आयुर्वेदाचार्य से सलाह लेना जरूरी है, वरना फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है।

Point of View

बल्कि यह हमारे शरीर के प्राकृतिक उपचार क्षमताओं को भी प्रोत्साहित करता है। सही मार्गदर्शन के बिना इनका उपयोग हानिकारक हो सकता है, इसलिए विशेषज्ञों की सलाह लेना अति आवश्यक है।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

योगवाही औषधियां क्या हैं?
योगवाही औषधियां वे जड़ी-बूटियां या पदार्थ होते हैं, जो अन्य औषधियों के प्रभाव को बढ़ाते हैं।
क्या काली मिर्च योगवाही औषधि है?
हां, काली मिर्च एक प्रमुख योगवाही औषधि है जो दवाइयों का अवशोषण बढ़ाती है।
क्या योगवाही औषधियों का कोई दुष्प्रभाव हो सकता है?
यदि योग्य आयुर्वेदाचार्य से सलाह नहीं ली गई, तो हां, दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
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