जुबीन गर्ग केस: क्या पुलिस वाहनों पर हमले में कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग घायल हुए?

सारांश
Key Takeaways
- जुबीन गर्ग मौत मामले में आरोपियों को ले जा रही पुलिस वैन पर हमला हुआ।
- भीड़ ने पथराव किया, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हुए।
- जेल परिसर में तनाव और अफरा-तफरी का माहौल बना।
- अधिकारियों ने तुरंत पुलिस बल और दमकल कर्मियों को बुलाया।
- सुरक्षा कारणों से आरोपियों को बक्सा सेंट्रल जेल में रखा गया।
गुवाहाटी, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जुबीन गर्ग मौत मामले के पांच आरोपियों को ले जा रही पुलिस की गाड़ियों पर गुस्साई भीड़ ने बुधवार को हमला कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप बक्सा जिला जेल में तनाव उत्पन्न हो गया। स्थिति जल्दी ही अफरा-तफरी में बदल गई।
इस घटना में कई पुलिसकर्मी, स्थानीय पत्रकार और कई निवासी घायल हुए।
रिपोर्ट के अनुसार, श्यामकानु महंत, जुबीन के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा, एपीएस अधिकारी संदीपन गर्ग और महंत के दो निजी सुरक्षा अधिकारियों को जेल ले जा रहे पुलिस काफिले पर भीड़ ने पथराव किया। गुवाहाटी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट द्वारा आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के बाद उन्हें बक्सा ले जाया जा रहा था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही काफिला जेल परिसर के निकट पहुंचा, गेट पर भारी भीड़ जमा हो गई और जुबीन गर्ग के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगाने लगी। विरोध प्रदर्शन तब हिंसक हो गया जब कुछ लोगों ने वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया। इस घटना में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और कई लोग घायल हुए।
अफरा-तफरी के बीच, अज्ञात बदमाशों ने एक पुलिस वैन में आग लगा दी, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की कि जेल परिसर के अंदर पत्थर फेंके गए, जिससे संपत्ति को नुकसान पहुंचा और सुरक्षाकर्मियों को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में चेतावनी स्वरूप गोलियां चलानी पड़ीं।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आस-पास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा। जलती हुई गाड़ी को बुझाने के लिए दमकल कर्मी तुरंत पहुंचे।
इससे पहले कामरूप जिले की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) अदालत ने सभी पांचों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। अदालत ने पुलिस को सुरक्षा कारणों से आरोपियों को गुवाहाटी सेंट्रल जेल में न रखने का भी आदेश दिया। अदालत के निर्देश के बाद पुलिस ने जुबीन गर्ग मौत मामले के पांचों आरोपियों को रखने के लिए बक्सा सेंट्रल जेल को चुना।