क्या भारत के फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग में वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है?

Click to start listening
क्या भारत के फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग में वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है?

सारांश

भारत के फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग में वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 6.1 प्रतिशत की सालाना वृद्धि हुई है, जो आईटी स्टाफिंग क्षेत्र के उत्कृष्ट प्रदर्शन का परिणाम है। यह रिपोर्ट दर्शाती है कि विभिन्न क्षेत्र रोजगार की मांग में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

Key Takeaways

  • फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग में वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि।
  • आईटी स्टाफिंग का प्रदर्शन महत्वपूर्ण था, जिसमें 12.3 प्रतिशत की वृद्धि।
  • मुख्य क्षेत्रों से मांग ने रोजगार को बढ़ावा दिया।
  • आर्थिक परिस्थितियों के कारण हायरिंग में देरी।
  • 1.83 मिलियन का फॉर्मल फ्लेक्सी वर्कफोर्स

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग में वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 6.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो आईटी स्टाफिंग के प्रभावशाली प्रदर्शन का परिणाम है।

इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि ओवरऑल फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग में वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही की तुलना में वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में तिमाही आधार पर 1.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। आईटी को छोड़कर जनरल फ्लेक्सी सेक्टर में तिमाही आधार पर 1.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

एफएमसीजी, ई-कॉमर्स, रिटेल, लॉजिस्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग जैसे प्रमुख क्षेत्रों से मांग ने रोजगार को बढ़ावा देना जारी रखा है, लेकिन हायरिंग से जुड़े फैसलों में देरी के कारण इसकी गति धीमी रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि आईटी फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग ने शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें तिमाही आधार पर 5.5 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि और सालाना आधार पर 12.3 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की गई है।

यह मजबूत वृद्धि विशिष्ट तकनीकी जरूरतों में मजबूत पुनरुत्थान का संकेत देती है, जो एआई, क्लाउड और डिजिटल सर्विस की मजबूत मांग के साथ-साथ वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) की वृद्धि की वजह से देखी गई है।

इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन के प्रेसिडेंट लोहित भाटिया ने कहा, "वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही औपचारिक रोजगार वृद्धि के बदलते स्वरूप को दर्शाती है, जिसका प्रमाण फ्लेक्सी रोजगार वृद्धि में सालाना आधार पर 6.1 प्रतिशत की गिरावट है, जो 2020 की महामारी के बाद पहली तिमाही की सबसे धीमी गति है। यह धीमी गति मुख्य रूप से चुनौतीपूर्ण आर्थिक परिस्थितियों और उपभोक्ता खर्च में कमी के कारण है, जिसने कुल नियुक्तियों की संख्या को सीमित कर दिया।"

इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन (आईएसएफ) के वाइस प्रेसिडेंट मनमीत सिंह ने कहा कि आईटी स्टाफिंग सेगमेंट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तिमाही आधार पर 5.5 प्रतिशत की मजबूत बढ़त हासिल की। इस तेजी की गति ने सालाना आधार पर 12.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन डिमांड के नॉन-साइक्लिकल नेचर को दर्शाती है।

आईएसएफ ने बताया कि उसके सदस्यों ने पिछले वर्ष 91,500 फॉर्मल पॉजीशन क्रिएट कीं, जिससे वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के अंत तक मेंबर्स द्वारा एम्प्लोयड कुल फॉर्मल फ्लेक्सी वर्कफोर्स का लगभग 1.83 मिलियन हो गया।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत के फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग में बढ़ती वृद्धि अर्थव्यवस्था की स्थिरता का संकेत है। हालांकि, रोजगार वृद्धि की यह गति आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रही है। यह आवश्यक है कि हम इस क्षेत्र में आने वाले बदलावों को समझें और तैयार रहें।
NationPress
07/10/2025

Frequently Asked Questions

फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग का क्या महत्व है?
फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग लचीलापन और तात्कालिकता प्रदान करता है, जो कंपनियों को तेजी से बदलते बाजार परिस्थितियों के अनुसार अपने कर्मचारियों की संख्या को समायोजित करने की अनुमति देता है।
आईटी स्टाफिंग में वृद्धि का मुख्य कारण क्या है?
आईटी स्टाफिंग में वृद्धि का मुख्य कारण डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, एआई और क्लाउड सेवाओं की बढ़ती मांग है।
भारत में फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग के भविष्य का क्या अनुमान है?
विशेषज्ञों का मानना है कि फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग में वृद्धि जारी रहेगी, लेकिन आर्थिक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ेगा।