क्या जलवायु परिवर्तन से ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख शहरों में ओलावृष्टि का खतरा बढ़ गया है?

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क्या जलवायु परिवर्तन से ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख शहरों में ओलावृष्टि का खतरा बढ़ गया है?

सारांश

जलवायु परिवर्तन के कारण ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख शहरों में ओलावृष्टि की तीव्रता और आवृत्ति में वृद्धि हो सकती है। नए अध्ययन ने इस खतरनाक स्थिति की पुष्टि की है, जो सिडनी, मेलबर्न, और कैनबरा जैसे शहरों को प्रभावित कर सकती है। जानें, इससे जुड़े प्रमुख तथ्य और सुरक्षा के उपाय।

Key Takeaways

  • जलवायु परिवर्तन ने ऑस्ट्रेलिया में ओलावृष्टि के खतरे को बढ़ाया है।
  • सिडनी, मेलबर्न और कैनबरा जैसे शहरों में ओलावृष्टि की आवृत्ति बढ़ रही है।
  • 10 सेमी के ओले अब हर तीन साल में गिरने की संभावना है।
  • ओलावृष्टि से होने वाले नुकसान का एक बड़ा हिस्सा तेज तूफानों के कारण है।
  • सुरक्षा के लिए मजबूत बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है।

सिडनी, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के चलते ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख शहरों में ओलावृष्टि की तीव्रता और आवृत्ति में वृद्धि देखने को मिल सकती है।

न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के कारण सिडनी, मेलबर्न, कैनबरा और पर्थ जैसे शहरों में बड़े आकार के ओले और विनाशकारी ओलावृष्टि का खतरा बढ़ रहा है।

सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अध्ययन में यह पाया गया है कि गर्म जलवायु में मौसम के पैटर्न का अनुकरण करते हुए ब्रिस्बेन, सिडनी और कैनबरा में ओलावृष्टि की आवृत्ति बढ़ रही है।

यूएनएसडब्ल्यू के जलवायु जोखिम और प्रतिक्रिया संस्थान के प्रमुख लेखक टिम रौपाच ने बताया कि सिडनी, ब्रिस्बेन और कैनबरा जैसे शहरों में ओलावृष्टि का आकार बढ़ने की संभावना है। जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न गर्म और नम परिस्थितियों के कारण भविष्य में अधिक तीव्र तूफान उत्पन्न हो सकते हैं, जिससे बड़े और अधिक विनाशकारी ओले गिरने का जोखिम बढ़ेगा।

अध्ययन में यह भी दर्शाया गया है कि मेलबर्न में, 10 सेमी के ओले जो पहले हर 20 वर्षों में देखे जाते थे, जलवायु के गर्म होने पर हर तीन साल में गिर सकते हैं।

अमेरिकन जियोफिजिकल यूनियन के जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, 1967 से 2023 के बीच ऑस्ट्रेलिया में बीमाकृत नुकसान का 20 प्रतिशत से अधिक हिस्सा ओलावृष्टि के कारण हुआ है। इसका मुख्य कारण तेज तूफानों में ऊपर की ओर बहने वाली हवाएं हैं, जो बड़े और अधिक विनाशकारी ओले उत्पन्न करती हैं।

हालांकि, ओलावृष्टि पूरे देश में हो सकती है, ऑस्ट्रेलिया का पूर्वी तट विशेष रूप से संवेदनशील है। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के स्वर्ण भंडार और कार्पेन्टेरिया की खाड़ी जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में भी भीषण ओलावृष्टि होती है, हालांकि वहां के आंकड़े सीमित हैं।

शोधकर्ताओं ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया का बढ़ता सौर उद्योग ओलावृष्टि से होने वाले नुकसान के प्रति तेजी से संवेदनशील होता जा रहा है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इससे मजबूत बुनियादी ढांचे और लचीलेपन को बढ़ावा मिलना चाहिए, न कि नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश को कम करना चाहिए।

लेखकों ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के वर्तमान भवन मानकों में ओलावृष्टि से बचाव के लिए अपर्याप्त उपाय हैं, जिसके कारण कई संपत्तियां जोखिम में हैं। उन्होंने जोर दिया कि ओलावृष्टि की चेतावनी और बीमा उपलब्ध हैं, लेकिन ढकी हुई पार्किंग और मजबूत छत जैसे भौतिक उपाय सुरक्षा बढ़ाने में महत्वपूर्ण हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि जलवायु परिवर्तन केवल एक वैज्ञानिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन, सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता को भी प्रभावित करता है। हमें इस गंभीर स्थिति का सामना करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
NationPress
30/07/2025

Frequently Asked Questions

जलवायु परिवर्तन के कारण ओलावृष्टि में वृद्धि क्यों हो रही है?
जलवायु परिवर्तन के कारण गर्म और नम परिस्थितियाँ उत्पन्न होती हैं, जो अधिक तीव्र तूफानों को जन्म देती हैं, जिससे ओलावृष्टि का खतरा बढ़ता है।
क्या ऑस्ट्रेलिया के सभी शहरों में ओलावृष्टि का खतरा है?
हालांकि ओलावृष्टि पूरे ऑस्ट्रेलिया में हो सकती है, लेकिन पूर्वी तट के शहर जैसे सिडनी और ब्रिस्बेन विशेष रूप से संवेदनशील हैं।