क्या भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में आशावादी है?

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क्या भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में आशावादी है?

सारांश

क्या भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में आशावादी है? रिपोर्ट के अनुसार, जीएसटी कटौती और फेस्टिव सीजन से उपभोक्ता मांग में बढ़ोतरी की उम्मीद है। जानें उद्योग के वर्तमान रुझान और भविष्य की संभावनाएँ।

Key Takeaways

  • जीएसटी में कटौती से मांग में बढ़ोतरी की संभावना है।
  • फेस्टिव सीजन उपभोक्ता खरीदारी को बढ़ावा देगा।
  • दोपहिया और तीपहिया सेगमेंट में वृद्धि जारी है।
  • ट्रैक्टर उद्योग में भी सुधार देखने को मिल रहा है।
  • कमर्शियल वाहन की बिक्री में स्थिरता बनी हुई है।

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में आशावादी होने के साथ-साथ जोखिमों और चुनौतियों के प्रति सजग बनी हुई है। शुक्रवार को एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी रेट में कटौती, इनकम टैक्स में राहत और फेस्टिव सीजन के कारण उपभोक्ता मांग बढ़ने की उम्मीद है।

एक्सिस सिक्योरिटीज ने बताया कि सितंबर की बिक्री के आंकड़ों में मिला-जुला रुझान देखने को मिला है, जहाँ दोपहिया, तीपहिया, कमर्शियल वाहन और ट्रैक्टरों की बिक्री में अच्छी वृद्धि हुई, जबकि यात्री वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर गिरावट आई।

दोपहिया/तिपहिया सेगमेंट में घरेलू दोपहिया वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 6 प्रतिशत और मासिक आधार पर 18 प्रतिशत बढ़ी, जिसमें रॉयल एनफील्ड ने 43 प्रतिशत, सुजुकी मोटरसाइकिल ने 37 प्रतिशत और टीवीएस मोटर ने 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

इस दौरान निर्यात भी मजबूत रहा, जिसमें सालाना आधार पर 17 प्रतिशत और मासिक आधार पर 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसमें बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, आरई और टीवीएस की महत्वपूर्ण भागीदारी रही।

रिपोर्ट में कहा गया कि तिपहिया वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 12 प्रतिशत और मासिक आधार पर 6 प्रतिशत बढ़ी।

यात्री वाहन सेगमेंट में होलसेल बिक्री सालाना आधार पर 5 प्रतिशत गिरी, हालांकि मासिक आधार पर बिक्री 16 प्रतिशत बढ़ी, जो बकाया स्टॉक की बिक्री और जीएसटी में कटौती से हुई।

जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर और टाटा मोटर्स ने क्रमशः 47 प्रतिशत और 45 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ बेहतर प्रदर्शन किया, इसके बाद टोयोटा किर्लोस्कर और एमएंडएम का स्थान रहा। मारुति सुजुकी की बिक्री सालाना आधार पर 6 प्रतिशत गिरी, जबकि हुंडई की बिक्री में कोई बदलाव नहीं हुआ।

कंपनी-वाइज टाटा मोटर्स की पीवी बिक्री सालाना आधार पर 45 प्रतिशत बढ़ी, जबकि एमएंडएम के पीवी डिवीजन में सालाना आधार पर 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मारुति सुजुकी की घरेलू बिक्री सालाना आधार पर 6 प्रतिशत गिरी, हालांकि मासिक आधार पर प्रदर्शन 2 प्रतिशत बेहतर हुआ।

ट्रैक्टर इंडस्ट्री में अच्छी रिकवरी देखी गई, वॉल्यूम सालाना आधार पर 50 प्रतिशत और मासिक आधार पर 124 प्रतिशत बढ़ा। अच्छा मानसून और जलाशयों में पानी का अच्छा स्तर इसके लिए मददगार रहा।

एमएंडएम की ट्रैक्टर बिक्री सालाना आधार पर 50 प्रतिशत और मासिक आधार पर 148 प्रतिशत बढ़ी, जबकि एस्कॉर्ट्स कुबोटा की बिक्री सालाना आधार पर 49 प्रतिशत और मासिक आधार पर 125 प्रतिशत बढ़ी। वीएसटी टिलर्स एंड ट्रैक्टर की बिक्री सालाना आधार पर 42 प्रतिशत बढ़ी।

कमर्शियल वाहनों में घरेलू सीवी बिक्री सालाना आधार पर 11 प्रतिशत और मासिक आधार पर 19 प्रतिशत बढ़ी। टाटा मोटर्स और एमएंडएम ने मिड-डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की, जबकि अशोक लेलैंड ने सालाना आधार पर 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करवाई। आयशर मोटर्स का वीईसीवी डिविजन सालाना आधार पर फ्लैट रहा लेकिन मासिक आधार पर 6 प्रतिशत बढ़ा। मारुति सुजुकी की सीवी बिक्री सालाना आधार पर 7 प्रतिशत गिरी।

एक्सिस सिक्योरिटी ने कहा कि ब्रोकरेज वित्त वर्ष 26 की छमाही के लिए आशावादी होने के साथ-साथ जोखिमों को लेकर सचेत बना हुआ है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि फेस्टिव मांग, जीएसटी रेट में कटौती, ग्रामीण इलाकों में सुधार और नए मॉडल लॉन्च से यात्री वाहनों में सिंगल डिजिट और वाणिज्यिक वाहनों में स्थिर मांग रहेगी।

घरेलू ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि खरीफ की अच्छी फसल और जलाशयों की बेहतर स्थिति से ट्रैक्टर बिक्री भी अच्छी रहने की उम्मीद है।

Point of View

जो कि उपभोक्ता मांग और सरकारी समर्थन पर निर्भर करती है। हालांकि, उद्योग को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। यह महत्वपूर्ण है कि उद्योग के सभी stakeholders सतर्क रहें और समय पर आवश्यक कदम उठाएँ।
NationPress
03/10/2025

Frequently Asked Questions

क्या भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में वृद्धि हो रही है?
हाँ, रिपोर्ट के अनुसार, दोपहिया, तीनपहिया और कमर्शियल वाहनों की बिक्री में वृद्धि हो रही है।
जीएसटी रेट में कटौती का प्रभाव क्या है?
जीएसटी रेट में कटौती से उपभोक्ता मांग में वृद्धि होने की उम्मीद है।
क्या फेस्टिव सीजन में मांग बढ़ेगी?
हाँ, फेस्टिव सीजन से मांग में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
कौन से वाहन सेगमेंट में सबसे अधिक वृद्धि हो रही है?
दोपहिया और तिपहिया सेगमेंट में सबसे अधिक वृद्धि हो रही है।
क्या ट्रैक्टर की बिक्री में वृद्धि हो रही है?
हाँ, ट्रैक्टर की बिक्री में भी अच्छी वृद्धि देखने को मिल रही है।