क्या सोना वैश्विक स्तर पर रिकॉर्ड तेजी से एमसीएक्स पर 1.22 लाख रुपए के पार पहुंच गया?

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क्या सोना वैश्विक स्तर पर रिकॉर्ड तेजी से एमसीएक्स पर 1.22 लाख रुपए के पार पहुंच गया?

सारांश

सोने की कीमतें एक नई ऊँचाई तक पहुँच गई हैं, 4,000 डॉलर प्रति औंस के पार। इस ऐतिहासिक पल के पीछे की वजहों और भविष्य की संभावनाओं पर नज़र डालते हैं। क्या सोना और भी महंगा होगा? जानिए इस रिपोर्ट में!

Key Takeaways

  • सोने की कीमतें 4,000 डॉलर प्रति औंस के पार पहुँच गई हैं।
  • ब्याज दरों में कटौती की संभावना से सोने की मांग बढ़ी है।
  • चांदी भी तेजी दिखा रही है।
  • गोल्डमैन सैश का अनुमान है कि सोना 5,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है।
  • वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण निवेशक सुरक्षित विकल्पों की तलाश कर रहे हैं।

मुंबई, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने में बुधवार को जोरदार तेजी देखी गई और कीमत 4,000 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गई है।

यह इतिहास में पहला मौका है, जब सोने की कीमत ने इस आंकड़े को पार किया है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स पर सोने के दिसंबर फ्यूचर्स की कीमत भारतीय समयानुसार सुबह 10 बजे 4,040 डॉलर प्रति औंस थी।

सोने की कीमतों में तेजी की वजह वैश्विक अस्थिरता है, जिसके कारण निवेशक सोने में निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं।

इसके अलावा, अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज दरों में अतिरिक्त कटौती की संभावना ने इस तेजी को और हवा दी है।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने के 5 दिसंबर 2025 के कॉन्ट्रैक्ट दाम 0.87 प्रतिशत बढ़कर 1,22,170 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया है।

सोने के साथ चांदी में भी तेजी देखने को मिल रही है। चांदी के 5 दिसंबर के कॉन्ट्रैक्ट का दाम 1,47,354 रुपए प्रति किलो हो गया है। इसकी कीमत में बुधवार को 1.07 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

कॉमेक्स पर चांदी की कीमत 1.44 प्रतिशत बढ़कर 48.20 डॉलर प्रति औंस हो गई है।

इस साल की शुरुआत से अब तक सोने ने 55 प्रतिशत से अधिक और चांदी ने करीब 70 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।

दुनिया के बड़े निवेश बैंकों में से एक गोल्डमैन सैश का कहना है कि सोना अगले साल तक 5,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है, जो कि फिलहाल 4,000 डॉलर प्रति औंस से अधिक है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर वैश्विक अनिश्चितताएं बनी रहती हैं और फेडरल रिजर्व आने वाले महीनों में ब्याज दरों में कटौती की ओर बढ़ता है, तो सोने की रिकॉर्ड तोड़ तेजी जारी रह सकती है।

बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच निवेशकों द्वारा सुरक्षित निवेश विकल्पों की तलाश के कारण सोने की कीमतें 4,000 डॉलर प्रति औंस से ऊपर पहुंच गई हैं।

उन्होंने आगे कहा, "अमेरिका में सरकार का शटडाउन होना, फ्रांस में राजनीतिक उथल-पुथल, जापान और अर्जेंटीना में आर्थिक चिंताएं और रूस-यूक्रेन युद्ध में वृद्धि, कीमती धातुओं में खरीदारी को बढ़ावा दे रही हैं।"

Point of View

यह सोने की कीमतों में तेजी एक संकेत है कि बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। निवेशक सुरक्षित विकल्पों की तलाश कर रहे हैं, और सोना एक ऐसा विकल्प है। हमें इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि यह हमारी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है।
NationPress
08/10/2025

Frequently Asked Questions

सोने की कीमत में इतनी तेजी क्यों आई है?
सोने की कीमत में तेजी वैश्विक अस्थिरता और अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती के कारण आई है।
क्या सोने की कीमतें और बढ़ेंगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक अनिश्चितताएं बनी रहती हैं, तो सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं।