क्या वैश्विक अनिश्चितता के चलते सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड पर पहुंच गईं?

सारांश
Key Takeaways
- सोने की कीमतें ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गई हैं।
- अमेरिकी फेड द्वारा रेट कट की संभावना का असर है।
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता बढ़ी है।
मुंबई, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मंगलवार को सोने की कीमतें मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर नए ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गई हैं। इसकी मुख्य वजह अमेरिकी फेड द्वारा और रेट कट करने की संभावना और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता है।
एमसीएक्स पर सोने के 5 दिसंबर, 2025 के फ्यूचर्स का दाम सुबह 10:35 पर 0.49 प्रतिशत बढ़कर 1,20,837 रुपए पर पहुंच गया है, जो कि अब तक का ऑल-टाइम हाई है।
सोने के साथ-साथ चांदी के 5 दिसंबर, 2025 के कॉन्ट्रैक्ट का दाम 0.18 प्रतिशत बढ़कर 1,47,784 रुपए पहुंच गया है, जो कि चांदी का अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोने और चांदी की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है। कॉमैक्स पर सोने का दाम 21.90 डॉलर या 0.55 प्रतिशत बढ़कर 3,998 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है। हालांकि, चांदी में 0.05 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 48.40 डॉलर प्रति औंस पर है।
सोने की कीमतों में तेजी का एक प्रमुख कारण अमेरिकी शटडाउन का सातवें दिन में प्रवेश करना है, जिससे अमेरिका की सरकारी एजेंसियों का 1.7 ट्रिलियन डॉलर का फंड फ्रीज हो गया है, जो कि वहां के वार्षिक बजट का एक चौथाई है। इसके कारण नौकरियों में कटौती की संभावना बढ़ गई है।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि व्यापारी अब प्रमुख आगामी घटनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसमें फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक, फेड अध्यक्ष का भाषण, छुट्टियों के बाद चीन के बाजार का फिर से खुलना और अमेरिका में शटडाउन से संबंधित घटनाक्रम शामिल हैं।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मानव मोदी का कहना है कि अमेरिकी आर्थिक और राजनीतिक अनिश्चितताओं के चलते और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के कारण सोने की कीमतें तीसरे सत्र तक बढ़कर सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गईं।
व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे से किनारा कर लिया है कि शटडाउन के कारण सरकारी कर्मचारियों की छंटनी हो रही है, लेकिन चेतावनी दी है कि इससे नौकरियां जा सकती हैं क्योंकि गतिरोध सातवें दिन भी जारी रहने की संभावना है।