क्या 2 अगस्त भारतीय और कैरेबियन क्रिकेट के लिए एक विशेष तारीख है?

सारांश
Key Takeaways
- 2 अगस्त
- फिलो वालेस ने आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी में शतक बनाया।
- अरशद अयुब ने हैदराबाद क्रिकेट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- दोनों क्रिकेटरों ने अपने-अपने देश के लिए अनमोल योगदान दिया।
नई दिल्ली, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत और वेस्टइंडीज के बीच क्रिकेट के मैदान पर हमेशा से एक अद्वितीय प्रतिस्पर्धा देखने को मिली है। भारतीय टीम ने 1983 में वेस्टइंडीज को हराकर अपना पहला वनडे विश्व कप जीता था। क्रिकेट के अलावा, दोनों देशों के क्रिकेटरों के बीच संबंध भी बहुत अच्छे रहे हैं। भारतीय दर्शकों ने हमेशा से कैरेबियाई क्रिकेट के स्टाइल को सराहा है और आईपीएल में भी वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों की मांग रही है। 2 अगस्त एक महत्वपूर्ण तारीख है, जब अरशद अयुब और फिलो वालेस का जन्म हुआ।
फिलो वालेस वेस्टइंडीज के दाएं हाथ के टॉप ऑर्डर के आक्रामक बल्लेबाज थे। वह गेंद पर पूरी ताकत के साथ शॉट लगाने के लिए मशहूर थे। वालेस का अंतरराष्ट्रीय करियर 1991 से 2000 तक चला, लेकिन उन्हें बहुत कम मौके मिले। उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए 7 टेस्ट में 2 अर्धशतक के साथ 279 रन और 33 वनडे में 1 शतक और 2 अर्धशतक के साथ 701 रन बनाए।
वालेस का एकमात्र शतक क्रिकेट इतिहास में उन्हें खास पहचान दिलाने वाला है। उन्होंने आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी के फाइनल में शतक लगाया था। यह मैच 1998 में वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया था। हालांकि वेस्टइंडीज को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन वालेस की शतकीय पारी ने उन्हें अमर बना दिया।
अब बात करते हैं अरशद अयुब की। इनका जन्म 2 अगस्त 1958 को हैदराबाद में हुआ। भारत के लिए उन्होंने नवंबर 1987 से दिसंबर 1990 तक 13 टेस्ट और 32 वनडे खेले। अयुब ने टेस्ट मैचों में 41 और वनडे में 31 विकेट लिए। वह निचले क्रम के अच्छे बल्लेबाज भी रहे हैं। अयुब 1988 में एशिया कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे।
क्रिकेट से संन्यास के बाद, अयुब प्रशासक के रूप में सक्रिय हैं। वह 2015 के वनडे विश्व कप में भारतीय टीम के मैनेजर रहे। इसके अलावा, वह हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्तमान में, वह अरशद अयुब क्रिकेट अकादमी का संचालन कर रहे हैं, जिससे कई क्रिकेटर हैदराबाद के लिए रणजी मैच खेल चुके हैं।