क्या माही का २५ सितंबर का खास कनेक्शन है, जब उन्होंने २००वें वनडे मैच में कप्तानी की?

सारांश
Key Takeaways
- महेंद्र सिंह धोनी का शांत स्वभाव और जानकारीपूर्ण निर्णय लेने की क्षमता।
- 25 सितंबर 2018 को धोनी ने 200वें वनडे में कप्तानी की।
- धोनी ने भारत के लिए 110 वनडे मैच जीते।
- अफगानिस्तान के खिलाफ 2018 का एशिया कप मैच टाई रहा।
- धोनी का 'हेलीकॉप्टर शॉट' और विकेट के पीछे उनकी फुर्ती।
नई दिल्ली, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। 'कैप्टन कूल' महेंद्र सिंह धोनी को उनके शांत स्वभाव, सूझबूझ और निर्णायक फैसलों के लिए पहचाना जाता है। उन्होंने टी20 विश्व कप २००७, वनडे विश्व कप २०११ और चैंपियंस ट्रॉफी २०१३ में भारत को खिताब जिताया।
दोस्तों के बीच माही नाम से प्रसिद्ध धोनी के लिए २५ सितंबर का दिन हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी के लिए विशेष है।
वर्ष २०१८ में इसी दिन माही ने अपने २००वें वनडे मैच में कप्तानी की थी। इसके साथ ही धोनी २०० एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी करने वाले पहले भारतीय बने। यह उनके लिए बतौर कप्तान आखिरी वनडे मैच भी था।
धोनी ने जनवरी २०१७ में वनडे टीम की कमान छोड़ दी थी, लेकिन उनके लिए 'दोहरा शतक' बनाना लिखा था। जब टॉस के समय रसेल अनॉर्ल ने इस बारे में उनसे पूछा, तो माही ने कहा, 'यह किस्मत है और मैंने हमेशा किस्मत पर यकीन किया है।'
यह वनडे फॉर्मेट का एशिया कप था, जिसका अंत बेहद रोमांचक रहा। इस मुकाबले को न भारत ने जीता, न अफगानिस्तान, बल्कि मैच टाई रहा।
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ८ विकेट खोकर २५२ रन बनाए। इस पारी में धोनी ने जावेद अहमदी और हशमतुल्लाह शाहिदी को स्टंप आउट किया। इसके जवाब में टीम इंडिया ४९.५ ओवरों में २५२ रन पर सिमट गई। दोनों टीमों ने समान रन बनाए और मुकाबला टाई रहा।
हालांकि इस सुपर-4 का मैच टाई रहा, लेकिन भारतीय टीम फाइनल में पहुँचने में सफल रही। टीम इंडिया ने खिताबी मुकाबले में बांग्लादेश को ३ विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया।
भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में २०१० और २०१६ में एशिया कप के खिताब जीते। उन्होंने बतौर कप्तान आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स को पांच खिताब (२०१०, २०११, २०१८, २०२१ और २०२३) जिताए।
आक्रामक बल्लेबाज धोनी को बेहतरीन मैच फिनिशर माना जाता है। विकेट के पीछे उनकी चीते-सी फुर्ती ने सभी को हैरान किया है। माही 'हेलीकॉप्टर शॉट' जैसी मौलिक शॉट के लिए भी प्रसिद्ध रहे हैं।
दबाव में धैर्य बनाए रखना और खिलाड़ियों पर विश्वास करना महेंद्र सिंह धोनी की सबसे बड़ी विशेषता थी। यही वजह है कि २००७ से २०१८ के बीच धोनी की कप्तानी में भारत ने २०० में से ११० वनडे मुकाबले जीते। इस दौरान ७४ मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा, वहीं ११ मुकाबले बेनतीजा और ५ मैच टाई रहे।