क्या रजत पाटीदार और यश राठौड़ के शतकों से मध्य क्षेत्र ने दलीप ट्रॉफी फाइनल में मजबूत स्थिति बनाई?

सारांश
Key Takeaways
- रजत पाटीदार और यश राठौड़ का शतक मध्य क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है।
- 167 रनों की साझेदारी ने मध्य क्षेत्र को मजबूत स्थिति में लाया।
- दक्षिण क्षेत्र की गेंदबाजी में सुधार की आवश्यकता है।
- सारांश जैन की बल्लेबाजी भी प्रशंसा योग्य है।
- मध्य क्षेत्र की बढ़त को बढ़ाने की जिम्मेदारी अब यश और सारांश पर है।
बेंगलुरु, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दलीप ट्रॉफी के फाइनल में कप्तान रजत पाटीदार और यश राठौड़ के शानदार शतकों की बदौलत मध्य क्षेत्र ने अपनी स्थिति को मजबूत किया है। बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ग्राउंड पर खेले जा रहे इस मुकाबले में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक मध्य क्षेत्र ने 5 विकेट के नुकसान पर 384 रन बनाकर अपनी बढ़त को 235 रनों तक पहुंचा दिया है।
मध्य क्षेत्र के लिए कप्तान रजत पाटीदार और यश राठौड़ ने शतक जड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। पाटीदार ने 115 गेंदों में 2 छक्के और 12 चौके लगाते हुए 101 रन की पारी खेली। दूसरी ओर, यश राठौड़ 188 गेंदों पर 1 छक्का और 11 चौकों की मदद से 137 रन बनाकर नाबाद हैं। पाटीदार और राठौड़ के बीच चौथे विकेट के लिए 167 रनों की जोरदार साझेदारी हुई, जिसने मध्य क्षेत्र को दक्षिण क्षेत्र पर बड़ी बढ़त दिलाई।
यश राठौड़ के साथ क्रीज पर सारांश जैन 47 रन बनाकर खेल रहे हैं। सारांश और यश ने अब तक 118 रन की साझेदारी की है। तीसरे दिन जब खेल फिर से शुरू होगा, तो इन दोनों बल्लेबाजों पर मध्य क्षेत्र की बढ़त को और बढ़ाने की जिम्मेदारी होगी। मध्य क्षेत्र यह चाहेगा कि उसे दूसरी पारी खेलने की जरूरत न पड़े।
दक्षिण क्षेत्र के गेंदबाजों ने अक्षय वाडकर और शुभम शर्मा को आउट कर अच्छी शुरुआत की थी। उपेंद्र यादव का विकेट भी जल्दी गिरा। लेकिन सलामी बल्लेबाज दानिश मालेवार के 53, पाटीदार और राठौड़ के शतकों के साथ सारांश की बेहतरीन बल्लेबाजी ने मध्य क्षेत्र को मजबूती प्रदान की है।
दक्षिण क्षेत्र की गेंदबाजी में गुरजपनीत सिंह ने 3, एमडी निधिश ने 1 और वासुकी कौशिक ने भी एक विकेट लिया है।
दक्षिण क्षेत्र की पहली पारी केवल 149 रनों पर सिमट गई थी। तन्मय अग्रवाल 31 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे थे। मध्य क्षेत्र के लिए सारांश जैन ने 5 और कुमार कार्तिकेय ने 4 विकेट लिए थे।