क्या पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे सीतांशु कोटक?

सारांश
Key Takeaways
- एशिया कप 2025 का मुकाबला 14 सितंबर को होगा।
- सीतांशु कोटक का ध्यान क्रिकेट पर है।
- बल्लेबाजी क्रम लचीला है, सभी खिलाड़ी किसी भी नंबर पर खेल सकते हैं।
- खिलाड़ी दबाव को संभालने के लिए तैयार हैं।
- पाकिस्तान के खिलाफ मैचों का बहिष्कार की अपील की जा रही है।
दुबई, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप 2025 के लीग चरण का सबसे रोमांचक मुकाबला 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होने वाला है। भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक ने कहा कि हमारा ध्यान सिर्फ क्रिकेट पर है और किसी और चीज पर नहीं।
सीतांशु कोटक ने शुक्रवार को प्रशिक्षण सत्र से पहले कहा, "हम यहां खेलने के लिए आए हैं। भारत-पाकिस्तान का मैच हमेशा प्रतिस्पर्धी होता है और रविवार का मैच भी ऐसा ही होगा। हम मैच पर ध्यान केंद्रित करना चाहेंगे।"
घरेलू स्तर पर कुछ वर्गों द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ मैचों का बहिष्कार करने की अपील के बीच क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस सवाल के जवाब में कोटक ने कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता, एक बार जब हम खेलने के लिए यहां आ जाते हैं, तो खिलाड़ी क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करते हैं। मेरे विचार में, उनके दिमाग में क्रिकेट खेलने के अलावा कुछ और नहीं होता। हम इसी पर ध्यान केंद्रित करते हैं।"
संजू सैमसन के बल्लेबाजी क्रम पर कोटक ने कहा कि सलामी बल्लेबाजों और तीसरे नंबर को लेकर काफी हद तक निश्चितता थी। इसके अलावा, बल्लेबाजी क्रम लचीला है। खिलाड़ी इसी को ध्यान में रखकर खुद को तैयार कर रहे हैं।
कोटक ने बताया, "अगर आप हमारे बल्लेबाजी क्रम को देखें, तो हर कोई किसी भी नंबर पर जाकर मैच खत्म करने में सक्षम है। मुख्य कोच या कप्तान तय करते हैं कि किसे किस नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजना है। हर बल्लेबाज किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार है। हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, शिवम दुबे और सैमसन जरूरत पड़ने पर पारी का अंत कर सकते हैं। हमारे लिए यह अच्छा है कि हमारे पास तीन-चार ऐसे खिलाड़ी हैं, जो किसी भी नंबर पर जाकर बल्लेबाजी कर सकते हैं।"
बल्लेबाजी कोच ने कहा कि टीम में पसंद-नापसंद जैसी कोई बात नहीं है, पिच और मैच की स्थिति के अनुसार प्लेइंग इलेवन और बल्लेबाजी या गेंदबाजी क्रम का निर्णय लिया जाता है।