क्या एलन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की 'तकदीर' बदली?

सारांश
Key Takeaways
- एलन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया को 1987 वनडे वर्ल्ड कप जीतने में मदद की।
- उन्होंने 93 टेस्ट मैचों में कप्तानी की।
- बॉर्डर ने 11,174 रन बनाये और 27 शतक लगाए।
- उनका फर्स्ट क्लास करियर भी शानदार था।
- बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी उनके नाम पर है।
नई दिल्ली, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। एलन बॉर्डर ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक माने जाते हैं। इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कप्तान के रूप में अपनी टीम की किस्मत को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कठिन समय में अपनी टीम को मजबूती प्रदान की और उसे विश्व क्रिकेट में शीर्ष स्थान दिलवाया।
27 जुलाई 1955 को जन्मे एलन बॉर्डर ने 1978-79 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की। बॉर्डर ने 23 वर्ष1978 से 1984 के बीच तीन कप्तानों के अंतर्गत टेस्ट क्रिकेट खेला।
जब उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान सौंपी गई, उस समय क्रिकेट में वेस्टइंडीज का वर्चस्व था।
एलन बॉर्डर की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने वनडे वर्ल्ड कप-1987 का खिताब जीता। उस फाइनल में, जो कोलकाता में हुआ था, उनकी टीम ने इंग्लैंड को सात रन से हराया, जिसमें कप्तान ने 31 गेंदों में उतने ही रन बनाये थे।
इसके बाद, 1989 में एशेज जीतकर उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी। एलन बॉर्डर ने 93 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की, जिसमें टीम ने 32 मैच जीते और 22 मैचों में हार का सामना किया।
एलन बॉर्डर टेस्ट क्रिकेट में 150 रन का आंकड़ा छूने वाले पहले बल्लेबाजों में से हैं। उन्होंने मार्च 1980 में पाकिस्तान के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की।
लाहौर के मैदान पर, बॉर्डर ने पहली पारी में 281 गेंदों का सामना करते हुए 150 रन बनाये और दूसरी पारी में 184 गेंदों में 153 रन बनाये। हालाँकि, यह मैच ड्रॉ रहा।
एलन बॉर्डर के टेस्ट करियर में उन्होंने 156 मुकाबलों में 50.56 की औसत से 11,174 रन बनाये, जिसमें 27 शतक और 63 अर्धशतक शामिल हैं।
उनका फर्स्ट क्लास करियर भी शानदार रहा है, जिसमें उन्होंने 385 मुकाबलों में 51.38 की औसत से 27,131 रन बनाये।
बॉर्डर को ऑस्ट्रेलिया का लीजेंड और क्रिकेट आइकन माना जाता है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भी उनके नाम पर है। उनकी बल्लेबाजी ने टेस्ट क्रिकेट की पहचान को बढ़ाया और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की धरोहर में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ा।