क्या अरुणाचल प्रदेश बनेगा पूर्वोत्तर का खेल हब?

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क्या अरुणाचल प्रदेश बनेगा पूर्वोत्तर का खेल हब?

सारांश

मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने अरुणाचल प्रदेश को पूर्वोत्तर का एक महत्वपूर्ण खेल केंद्र बनाने के लिए तैयारियों का ऐलान किया है। इसके तहत खेल बुनियादी ढांचे और अकादमियों में बड़े निवेश की योजना है। जानिए राज्य में खेलों की नई दिशा के बारे में।

Key Takeaways

  • अरुणाचल प्रदेश को खेलों का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में सरकार का प्रयास।
  • खेल बुनियादी ढांचे में बड़े निवेश की योजना।
  • विशेष तीरंदाजी स्टेडियम का निर्माण।
  • युवाओं को प्रेरणा देने वाले अंतरराष्ट्रीय तीरंदाजों का सम्मान।
  • राष्ट्रीय एकता और मित्रता को बढ़ावा देने वाले आयोजन।

इटानगर, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने रविवार को खुलासा किया कि राज्य सरकार का लक्ष्य अरुणाचल प्रदेश को पूर्वोत्तर का एक प्रमुख खेल केंद्र बनाना है। उन्होंने कहा कि खेल बुनियादी ढांचे, स्पोर्ट्स अकादमियों और युवाओं के लिए योजनाओं में राज्य और केंद्र सरकार की 'खेलो इंडिया' पहल के अंतर्गत बड़े पैमाने पर निवेश किया जा रहा है।

सीएम खांडू ने यह बात पापुम पारे जिले के युपिया में आयोजित 42वीं एनटीपीसी सब-जूनियर नेशनल आर्चरी चैंपियनशिप 2025 का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य में जल्द ही एक विशेष तीरंदाजी स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा ताकि खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण और विश्वस्तरीय सुविधाएं मिल सकें।

मुख्यमंत्री ने राज्य के तीरंदाजों मासेलो मिहू और सोरांग यूमी का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन ने अरुणाचल के युवाओं को प्रेरित किया है।

उन्होंने कहा कि तीरंदाजी राज्य की सांस्कृतिक विरासत से गहराई से जुड़ी हुई है और यही वह खेल है जिसने अरुणाचल प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक दिलाए हैं।

सीएम खांडू ने युवा प्रतिभागियों से अनुशासन, गरिमा और खेल भावना के साथ प्रतिस्पर्धा करने की अपील की। उनका कहना था कि ऐसे आयोजन न केवल भविष्य के चैंपियनों को तैयार करते हैं, बल्कि राष्ट्रीय एकता, मित्रता और सीखने की भावना को भी बढ़ावा देते हैं।

मुख्यमंत्री ने एनटीपीसी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय खेलों के निरंतर समर्थन के लिए तीरंदाजी संघ ऑफ इंडिया को धन्यवाद दिया।

उन्होंने आयोजन समिति, स्वयंसेवकों और सभी सहयोगियों की सराहना की, जिनकी मेहनत से यह आयोजन संभव हो पाया।

खांडू ने कहा कि वर्ष 2025 भारतीय तीरंदाजी के लिए ऐतिहासिक बनता जा रहा है। भारत ने पहली बार वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है और 24वीं एशियन आर्चरी चैंपियनशिप में ऐतिहासिक पदक प्राप्त किए हैं।

इस प्रतियोगिता में देशभर से 28 राज्यों, 8 केंद्र शासित प्रदेशों और 10 संबद्ध इकाइयों की कुल 46 टीमें भाग ले रही हैं।

कार्यक्रम के अंत में, मुख्यमंत्री खांडू ने सभी खिलाड़ियों और अधिकारियों का स्वागत किया और चैंपियनशिप के औपचारिक उद्घाटन की घोषणा की। यह आठ दिवसीय प्रतियोगिता 30 नवंबर तक चलेगी।

Point of View

जो न केवल स्थानीय खिलाड़ियों के लिए बल्कि देश के खेल परिदृश्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह एक सकारात्मक कदम है जो युवा पीढ़ी को खेलों के प्रति आकर्षित करेगा और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देगा।
NationPress
27/11/2025

Frequently Asked Questions

अरुणाचल प्रदेश में खेलों का भविष्य कैसा है?
मुख्यमंत्री पेमा खांडू की योजनाओं के अनुसार, राज्य सरकार खेल बुनियादी ढांचे और अकादमियों में बड़े निवेश कर रही है, जिससे खेलों का भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है।
क्या अरुणाचल प्रदेश में विशेष तीरंदाजी स्टेडियम बनेगा?
हाँ, मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि राज्य में जल्द ही एक विशेष तीरंदाजी स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा।
कितने राज्यों की टीमें इस प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं?
इस प्रतियोगिता में देशभर से 28 राज्यों, 8 केंद्र शासित प्रदेशों और 10 संबद्ध इकाइयों की कुल 46 टीमें भाग ले रही हैं।
खेलो इंडिया पहल का क्या महत्व है?
खेलो इंडिया पहल, खेलों को बढ़ावा देने और युवा खिलाड़ियों को समर्थन देने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है।
मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों से क्या अपेक्षा की?
सीएम खांडू ने खिलाड़ियों से अनुशासन, गरिमा और खेल भावना के साथ प्रतिस्पर्धा करने की अपील की है।
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